नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आर. बी. आई.) ने मंगलवार को चेतावनी देते हुए कहा कि कुछ बैंक अधिकारी बंद हुये नोटों को बदलने के लिये तथा बैंक खातों में जमा किये जाने के लिये स्वीकार करके काले धन को सफेद धन में परिवॢतत करने में मदद कर रहे हैं।
आर.बी.आई. ने कहा है कि ’’हमारी जानकारी में लाया गया है कि कुछ स्थानों पर, कुछ बैंक अधिकारी, कुछ बदमाशों को गुप्त सहयोग देकर, बंद हो चुके नोटों (स्पेसिफाइड बैंक नोट्स-एस.बी.एन.) को (नयी) नकदी में बदलकर/उन्हें खातों में जमा करके धोखाधडी के कामों में लगे हुए हैं।’’ आर.बी.आई. ने बैंकों को सलाह दी कि वे ’’सुनिश्चित करें कि इस प्रकार के छल-कपटपूर्ण कार्यों को चौकसी बढाकर अविलम्ब रोक दिये गये हैं तथा इस प्रकार की गतिविधियों में लिप्त बैंक अधिकारियों के विरूद्घ कडी कार्यवाही भी करे। सभी सरकारी, निजी, विदेशी, अरबन को-ऑपरेटिव तथा स्टेट को-ऑपरेटिव बैंकों को जारी निर्देशों में, आर.बी.आई. ने सभी बैंकों की शाखाओं से यह भी कहा है कि वे इन धोखाधडी पूर्ण कार्यों को रोकने के लिये बंद हो चुके नोटों (एस बी एन) का पूरा रिकॉर्ड रखें। (आर.बी.आई. १००० तथा ५०० रूपए के बंद हुए नोटों के लिए एस बी एन शब्द का इस्तेमाल कर रहा है।
आर.बी.आई. ने कहा, ९ नवम्बर से प्रत्येक उपभोत्त*ा द्वारा अपने खाते में जमा कराई गई राशि अथवा ऋण की राशि में, एस बी एन तथा नॉन-एस बी एन नोटों का मूल्य वर्ग अनुसार पूरा रिकॉर्ड होना चाहिए। साथ ही, एस बी एन को बदलवाने के लिए बैंकों में आए उपभोक्ता तथा नियमित उपभोक्ताओं का, उपभोक्ता अनुसार तथा मूल्य वर्ग अनुसार भी पूरा रिकॉर्ड होना चाहिए।
चीफ जनरल मैनेजर, पी. विजय कुमार द्वारा हस्ताक्षरित निर्देशों में यह भी कहा गया है कि ’’बैंकों को बडी ही अल्प अवधि में यह जानकारियाँ उपलब्ध कराने के लिए तैयार रहना चाहिए।’
बैंक कर्मचारी काले धन को सफ़ेद करने में मदद कर रहे है,
Date: