उदयपुर। देश का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा? यह सवाल हर भारतवासी के दिमाग में चल रहा है। कोई कहता है इस बार तो मोदी ही पीएम बनेंगे, तो कोई मोदी के नकारात्मक पक्ष को गिनाता है। चुनावों में ज्योतिष शास्त्र का विशेष महत्व रहता है। बडे़-बड़े नेता इस दरमियान ज्योतिषाचार्यों की शरण में जाते है और आंकड़ों की गणित बिठाने के प्रयास करते हैं। इस बार के चुनावों को लेकर भी ज्योतिषियों की अलग-अलग राय है। पिछले दो दिनों में उदयपुर के जवाहर नगर में हुए ज्योतिषियों के महासंगम में मोदी के नक्षत्रों के हिसाब से उनके प्रधानमंत्री नहीं बनने की घोषणा करके एक ज्योतिषी ने एक नई बहस को जन्म दे दिया, वहीं दूसरे ज्योतिषी ने किसी भी हाल में मोदी के ही प्रधानमंत्री बनने की बात पर मुहर लगा दी। दुबई के अशोक भाटिया ने दावा किया है कि नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं बन सकते हैं, नक्षत्र उनका साथ नहीं दे रहे हैं। हालाकि श्री भाटिया ने एनडीए की ही सरकार बनने का दावा किया है, लेकिन ताजपोशी किसी बुजुर्ग या महिला के सर होने की बात कही है। एेसे में माना जा रहा है कि अगर एनडीए सत्ता में आती है, तो लालकृष्ण आडवाणी या फिर सुषमा स्वराज को यह मौका मिल सकता है। वहीं ब्यावर के दिलीप नाहटा ने कुंडली के अनुसार मोदी को प्रधानमंत्री पद का सबसे प्रबल दावेदार बताया है। उन्होंने कहा कि कुण्डली के हिसाब से मोदी ही प्रधानमंत्री बन रहे हैं। ज्योतिषाचार्य दिलीप ने कहा कि अभी तक उनकी ज्यादातर भविष्यवाणियां सही साबित हुई है।
ज्योतिषियों में मोदी पर विवाद
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