आजतक ने अपनी साईट पर कुछ देर पहले आसाराम पर अपने सहयोगियों की मदद से आश्रम में अश्लील सेक्स रैकेट चलाने का आरोप लगाया है. यदि यह आरोप सच है तो पूरे धर्मभीरु समाज के लिए कितना भयावह हो सकता है. पढ़िए आजतक की रिपोर्ट…
आप शायद चौंक जाएंगे यह जानकर कि आसाराम अपने आश्रम में एक अश्लील रैकेट चलाता था और उसकी पूरी टीम इस काम में मदद करती थी. अभी तक की जांच में सबूत मिले हैं कि एक साजिश के तहत मासूम बच्चियों को फंसाया जाता था. सूत्रों के मुताबिक, आसाराम के सेवादार शिवा ने जोधपुर पुलिस को ‘सेक्स और सम्मोहन’ से जुड़ी एक सीडी के बारे में बताया है, जो आसाराम के आश्रमों में दिखाई जाती थी. सीडी बरामद करने के लिए पुलिस शिवा को लेकर आसाराम के अहमदाबाद आश्रम जाने वाली है.evil-asaram
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस को आसाराम और उसके सहयोगियों शिल्पी, शिवा और शरतचंद्र राही के कॉल डिटेल से कई अहम सुराग मिले हैं. 5 अगस्त से लेकर घटना के दिन यानी 15 अगस्त तक चारों आरोपी लगातार बातचीत करते रहे. जबकि 5 अगस्त से पहले और 15 अगस्त के बाद इन चारों के बीच बेहद कम बातचीत होती थी. पुलिस के मुताबिक, शिल्पी और शिवा आसाराम के सबसे ख़ास लोगों में से थे. शिल्पी छिंदवाड़ा आश्रम की वॉर्डन है और शरद राही डायरेक्टर है.
हालांकि आधिकारिक रूप से पुलिस ने अभी ज्यादा जानकारी नहीं दी है. डीसीपी अजय लांबा ने बताया कि शिवा ने कई अहम खुलासे किए हैं, जिनके बारे में अभी बताना मुनासिब नहीं होगा. उसी की निशानदेही पर पुलिस की टीम अहमदाबाद जाएगी.
आसाराम का निजी सेवादार शिवा पुलिस को बता चुका है कि ‘अनुष्ठान’ के नाम पर आसाराम अपनी ‘ध्यान की कुटिया’ में महिलाओं से अकेले मिलता था. इस दौरान किसी को वहां जाने की इजाज़त नहीं होती थी.
शिल्पी ने बहकाया था लड़की को
आसाराम के खिलाफ जो FIR दर्ज हुई थी उसमें शिल्पी और शरद दोनों सहआरोपी हैं. 25 और 26 अगस्त को शुरुआती पूछताछ के बाद उन्हें समन देकर 29 अगस्त तक पुलिस के सामने पेश होने को कहा गया था. बताया जाता है कि छिंदवाड़ा से दोनों जोधपुर के लिए रवाना भी हुए थे, लेकिन अब तक नहीं पहुंचे. शिल्पी ने ही लड़की से कहा था कि तुम्हारे ऊपर भूत-प्रेत का साया है और बापू तुम्हें ठीक कर देंगे.
4-5 बच्चियों को आसाराम के पास भेज चुकी है शिल्पी
संभवत: अहमदाबाद की रहने वाली 25-26 साल की शिल्पी पिछले साल ही छिंदवाड़ा आई थी. वह आसाराम की करीबी मानी जाती है. शिल्पी ही पीड़ित लड़की को आसाराम के पास जोधपुर छोड़ कर आई थी. सूत्रों के मुताबिक, शिल्पी पहले भी 4-5 बच्चियों को आसाराम के पास भेज चुकी है. इसी तरह 38-40 साल के शरतचंद्र राही को साल भर पहले ही छिंदवाडा आश्रम में डायरेक्टर बनाया गया था. वह अमेरिका से आया हुआ बताया जाता है.
रसोइया प्रकाश जानता है सब कुछ
आसाराम का खास रसोइया प्रकाश भी अभी फरार है. वह वारदात की रात का अहम गवाह है. बताया जाता है कि उसे मालूम है कि उस रात लड़की के साथ क्या हुआ था. शिवा ने यह भी बताया है कि आसाराम कई प्रदेश के मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों के संपर्क में थे.
जेल में झल्लाता रहा आसाराम
उधर, जमानत की अर्जी खारिज होने के बाद आसाराम को लगातार तीसरी रात जेल में काटनी पड़ी. जेल में वकील ने उससे मुलाकात की, जिसके बाद उसके स्वभाव में चिड़चिड़ापन देखा गया. जेल में आसाराम को एक-एक पल काटना मुश्किल हो रहा है. कानूनी पहलू के डर से पैदा हुए डिप्रेशन के अलावा वह जेल में मच्छरों से भी खासा परेशान है. जानकारी के मुताबिक, मच्छरों ने आसाराम की नींद हराम कर रखी है. बुधवार रात आसाराम ने जेल का खाना ठुकरा दिया और सिर्फ दूध पीकर सो गया.
‘अश्लील रैकेट’ चलाता था आसाराम, पूरी टीम करती थी मदद, CD से होगा भंडाफोड़
Date: