उदयपुर, कलाओं में चांद का अपना महत्व है, शायरों, कवियों, साहित्यकारों ने अपनी रचनाओं में चांद का उल्लेख खूबसुरती से किया। कायनात के इसी बेशकीमती व खूबसूरत चांद की मद्धिम रोशनी के आगोश में शिल्पग्राम में आयोजित ‘‘कला मेले’’ के दूसरे दिन अंचल के लोक कलाकारों ने अपने आनुष्ठानिक गायन व वाद्य वादन से कला रसिकों को मंत्रमुग्ध किया।
हवाला गांव के ग्रामीण कला परिसर शिल्पग्राम में पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, राजस्थान सरकार के कला, साहित्य, संस्कृति, एवं पुरातत्व विभाग तथा राजस्थान साहित्य अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ‘‘कला मेला’’ राजस्थान के पारंपरिक वाद्य यंत्रों को जन सामान्य के समक्ष लाने का रचनात्मक माध्यम बन सका है। शिल्पग्राम की चौपाल पर एक ओर सूरज ढल रहा था तो दूसरी ओर लोक कला साधक अपने पुश्तैनी वाद्य यंत्रों की चमक को निखारने में तललीन थे। माघ पूर्णिमा की शाम चूरू के चूनाराम और उनके साथियों के डेरू वादन से हुई। भाद्र पक्ष में लोक देवता गोगाजी के भजनों के साथ डेरू वाद्य यंत्र बजाते हुए भजनों का गायन करते हैं। इसके बाद उपस्थित दर्शकों वाग्वर अंचल का गलालेंग सुनने को मिला जिसमें वागड़ के वीर योद्धा गुलाल सिंह के जीवन व शोर्य का वर्णन था। हाड़ौती अंचल के झालावाड़ से कला मेले में अशोक कश्यप व उनके साथियों ने बिन्दौरी नृत्य पेश किया जिसमें डंडो को डफ की थाप के साथ लय मिलाते हुए आपस में टकराया जाता है।
कार्यक्रम में बाबा रामदेव के आराध्य कामड़ जाति की भक्ति परंपरा अनूठी रही इस प्रस्तुति में सारंगी प्रमुख आकर्षण का केन्द्र रही। मेवात अंचल के उमर फारूख ने इस अवसर पर भपंग लोक वाद्य के साथ पाण्डुण के कड़े सुनाये जिसमें पाण्डवों की गाथा व महाभारत के प्रसंगों को प्रस्तुत किया जाता है। इस अवसर पर दर्शकों को कामड़ जाति का तेराताल नृत्य बेहत पसंद किया गया। बड़ी सादड़ी के लोक कलाकार जगदीश वैष्णव ने अपनी मिमिक्री से दर्शकों का मनोरंजन किया। इससे पूर्व राजसमन्द के बनेडिय़ा के राजनट मिया राम नट व उनके साथियों ने अपने करतबों से दर्शकों व बच्चों का मनोरंजन किया। कार्यक्रम में इसके अलावा चित्तौड़ जिले घोसुण्डा का तुर्रा कलंगी अखाड़ा लोगों के लिये एक नया अनुभव रहा। तीन दिवसीय मेले में ही वट वृक्ष संस्था द्वारा प्राकृतिक खाद्य पदार्थों से लोगों को अवगत कराया गया। लोगों द्वारा लाल चावल की राब, रागी माल्ट, मिस्सी दलिया, रागी वडे, सामा उपमा, मल्टीग्रेन टिक्कड़, सामा टिक्की, मोठ स्प्राउट सलाद, मिक्स स्प्राउट सलाद बेहद पसंद किये गये।