उदयपुर, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरों टीम ने सरकार की तरफ से अच्छी पैरवी करने के एवज में चिकित्सक के प्रतिनिधि से 18 हजार रिश्वत लेते सेशन न्यायालय के एपीपी गणपत चौधरी को गिरफ्तार किया।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरों के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रसन्न कुमार खमेसरा ने बताया कि पन्नाधाय चिकित्सालय की महिला चिकित्सक ने सरकार की तरफ से सहीं पैरवी करने के एवज में सेशन कोर्ट के एपीपी बडी सादडी हॉल उदयपुर नाकोडा नगर निवासी गणपत पुत्र वृद्घिचंद चौधरी के खिलाफ रिश्वत मांगने की शिकायत दी थी। इसका सत्यापन करवाने के बाद शुक्रवार को महिला चिकित्सक के प्रतिनिधी भवर वैष्णव ने ठोकर चोराहा माजी की सराय के समीप पहुच कर एपीपी को 18 हजार रूपये रिश्वत दी। इस पर मोके पर मौजूद ब्यूरों के सी आई सुन्दरलाल सोनी, कास्टेबल जितेन्द्र सनाढ्य, शेलेन्द्र, नन्दकिशोर, संतोष मय टीम ने रिश्वत लेते एपीपी को गिरफ्तार किया। दो वर्ष पहले प्रसूता उदयपुर निवासी तुलसी पत्नी गोपाल शार्मा को पन्नाधाय चिकित्सालय यूनिट थर्ड में में भर्ती कराया था जिसकी उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। कुछ समय बाद मृतका के पति गोपाल ने सरकार व चिकित्सकों के खिलाफ स्थाई लोक अदालत में क्षतिपूर्ति के लिए प्रकरण दर्ज करवाया था। इस मामले में सरकार की तरफ सहीं पेरवी करने के लिए संपर्क करने पर आरोपी गणपत ने २० हजार रूपये की मांग की तथा दोनों के बीच 18 हजार रूपये में सौदा तय होने के बाद महिला चिकित्सक ने इसकी शिकायत ब्यूरों को दी। सत्यापन पश्चात महिला चिकित्सक द्वारा स्वयं के स्थान पर प्रतिनिधी के साथ राशि भेजने की बात कहने पर एपीपी ने उसके आने पर सूचना देने की बात कही। योजनानुसार भवर वेष्णव ने शुक्रवार सांय माजी की सराय पर पहुच करे चाय के ठेले के समीप गणपत चोधरी को रिश्वत राशि दी।उक्त रकम को लेकर आरोपी ने पास ही चाय के ठेले वाले को गिनने के लिए थमा दी। इधर इशारा मिलते हीं मौजूद ब्यूरो की टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।