उदयपुर. इबादत का महीना रमजान आ रहा है और इस बार अच्छी खबर यह है कि पूरे संभाग में ईद एक साथ मनाई जाएगी। किसी भी शहर या कस्बे से चांद दिखने पर इसकी शहादत अंजुमन तालीमुल इस्लाम तक पहुंचाई जाएगी और यहां से एलान होगा। पहली बार यह अहम फैसला हुआ है। रूयते हिलाल कमेटी की मेजबानी में रविवार को अंजुमन में हुई कॉन्फ्रेंस में शरीक संभाग भर के ओलमाओं ने कहा कि त्योहारों और 12 महीनों के खास दिनों को लेकर अंजुमन को मरकज (हेड क्वार्टर) मानते हुए इसके एलानों को ही अधिकृत मानेंगे।
इमाम पहुंचाएंगे चांद दिखने की खबर
अंजुमन सदर मोहम्मद खलील ने बताया कि संभाग में किसी भी जगह पर चांद दिखने पर वहां के इमाम अंजुमन से संपर्क कर शहादत पहुंचाएंगे। इसके लिए दो प्रतिनिधि भेजे जाएंगे। इस शहादत पर अंजुमन से पूरे संभाग में एलान कर चांद दिखने की इत्तला की जाएगी और रमजान, ईदुल-फितर, ईदुल-अजहा आदि मनाए जाएंगे। कॉन्फ्रेंस में अंजुमन सेक्रेट्री मोहम्मद रिजवान खान, काबीना मेंबर जहीरुद्दीन सक्का बतौर मेहमान शामिल हुए। अध्यक्षता मौलाना जुलकर नैन ने की।
ये प्रतिनिधि हुए शरीक
मौलाना आस मोहम्मद दरखानवाड़ी, मौलाना अयूब रजा फतहनगर, मौलाना मोहम्मद सईद काजी कपासन, मौलाना फिरोज भींडर, मौलाना मेराज अहमद खेरवाड़ा, हाफिजा मेहबूब आलम हिरणमगरी, मौलाना रईसुल कादरी कहारवाड़ी, मौलाना जुल्फिकार सरदारगढ़, मौलाना आबिद हुसैन निम्बाहेड़ा, हाफिज अब्दुल मन्नान रूपनगर, मुफ्ती बद्रे आलम अलीपुरा, इमाम कमरुददीन चिल्ले की मस्जिद, मोहम्मद शोएब सवीना, खालिद रजा, हाफिज आफताब आलम सराड़ा पलटन मस्जिद, मौलाना वसीम अख्तर सराड़ा रिसाला मस्जिद, मौलाना मोहम्मद नाजिर गलियाकोट, मोहम्मद कमाल कादिरी आलू फैक्ट्री, मौलाना बदरुद्दीन दीवानशाह कॉलोनी आदि।