जयपुर। ब्रिटेन में हुए एक नए शोध में शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि एस्प्रिन के रोजाना सेवन से पेट और आंत के कैंसर का खतरा कम होता है। हालांकि इसके सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह को जरूरी बताया गया है।
लंदन के क्वीन मैरी विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों का कहना है कि ब्रिटेन में 50 साल से अधिक उम्र के लोग दस साल तक एस्प्रिन का इस्तेमाल करते हैं, तो अगले दो दशक के बीच लगभग सवा लाख लोगों की उम्र लंबी हो सकती है।
एस्प्रिन के सेवन से आंतरिक रक्तस्राव का खतरा भी कम होता है। शोध में एस्प्रिन के इस्तेमाल से होने वाले फायदे और नुकसान से संबंधित करीब 200 अध्ययनों का आकलन किया गया है। इस दौरान एस्प्रिन के सेवन से पेट, आंत और ग्रासनली के कैंसर से होने वाली मौतों में 30 से 40 फीसदी की कमी देखी गई।
इस बात के भी शुरूआती संकेत मिले हैं कि स्तन, प्रोस्टेट और फेफड़े के कैंसर के मरीजों को भी ऎस्प्रिन के इस्तेमाल का फायदा होता है। शोध के मुताबिक एस्प्रिन का सेवन कम से कम 5 साल तक करने के बाद ही फायदा संभव है। हालांकि एस्प्रिन का इस्तेमाल कैंसर के खतरे को किस तरह कम करता है, इसका पता नहीं चल पाया है। इस दिशा में अभी और शोध की जरूरत है।