उदयपुर । अरावली झील एवं पर्यावरण महासंघ तथा दूधतलाई मोर्निंग वॉकर्स क्लब के अध्यक्ष डॉ. प्रदीप कुमावत ने मांग की है कि गत दिनों जलबुर्ज क्षेत्र में बघेरे (चीते) के बार-बार आ जाने के कारण वहाँ लोगों में भय व्याप्त है और उस क्षेत्र में वन्य जीवों का संरक्षण भी हो सके और स्थानीय नागरिकों भी प्रात:काल भ्रमण करने वाले को भी सुरक्षा की दृष्टि से भी चिंता न हो इस दृष्टि से जलबुर्ज से एकलिंगगढ छावनी तक एक बाउण्ड्री बनाकर एक फेन्संीग लगा दी जाये जिससे भ्रमण करने वाले लोग सुरक्षित रहे।
इस तरफ प्रात:काल ट्रेक्टर, ट्रक भी आते है उससे इन वन्यजीवों की दुर्घटना का भी भय रहता है। छोटे-छोटे शावक भी कई बार पानी पीने के लिये आ जाते है। इस सारी परिस्थितियों को देखते हुये वन्यजीवों और आम लोगों की सुरक्षा की दृष्टि से भी अगर ये थोडी सी फेंसिंग 500 मीटर की यदि लगा दी जाती है तो यह एक सुविधा जनक बात होगी।
इस आशय का पत्र डॉ. कुमावत ने आज यहाँ मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक राहुल भटनागर को देकर मांग की कि इस पर तुरन्त कार्यवाही की जाये।
Why fencing for wildlife……??? Why not for humans….???