उदयपुर. हिन्दुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अखिलेश जोशी को स्वच्छ खनन तकनीक के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया है। जोशी को यह सम्मान इंडियन माइनिंग इंजीनियरिंग जर्नल (आई.एम.ई.जे.) ने भुवनेश्वर में हुए समारोह में दिया।
इससे पहले खनन क्षेत्र में अपनी प्रतिभा और उल्लेखनीय कार्य के लिए अखिलेश जोशी 2008 में भी ‘राष्ट्रीय खनिज पुरस्कार’ से सम्मानित किया जा चुका है। वहीं, पिछले साल तत्कालीन वित्तमंत्री श्री प्रणब मुखर्जी ने भी जोशी को उनके खनन क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया था।
उल्लेखनीय है कि पिछले 35 सालों से अखिलेश जोशी खनन उद्योग क्षेत्र से जुड़े हुए है और इनके नेतृत्व में हिन्दुस्तान जिंक की सभी खदानों ने जैसे रामपुरा-आगुचा, जावर खान, राजपुरा दरीबा खान तथा सिन्देसर खुर्द खदानों ने उल्लेखनीय विस्तार किया है।
ऐसे की जोशी ने जिंक में शुरूआत: जोशी जिंक में 1976 में सहायक अभियन्ता के पद पर नियुक्त हुए और विभिन्न पदों पर कार्य करते हुए 1997 में विश्व की सबसे बड़ी जस्ता-सीसा खदान के मुख्य खनन अधिकारी के पद पर आसीन हुए। 2008 में मुख्य प्रचालन अधिकारी का पद संभालते हुए जनवरी 2012 में कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बन गए।