उदयपुर। सुखेर में सिद्धार्थ नगर की जैन कॉलोनी से बीती रात एक व्यक्ति ने परिजनों के साथ मिलकर पत्नी और उसके प्रेमी का अपहरण कर लिया। अपहरण की सूचना पर जिलेभर में नाकाबंदी की गई। गोगुंदा में नाकाबंदी को देखकर अपहरणकर्ता वापस उदयपुर की तरफ भागे। इसी दौरान टोलनाके के पास माघपुरा गांव में एक स्कोर्पियों पलटी खा गई। इस वाहन मेें पत्नी थी, जिसे आरोपी जख्मी हाल छोड़कर भाग गया। बाद में उदयपुर आकर पे्रमी की हत्या कर दी और लाश केशवनगर में फेंक दी गई। सूत्रों के अनुसार भीनमाल (जालोर) निवासी देवेंद्र विश्नोई और उसकी प्रेमिका पूनम विश्नोई पिछले एक माह से यहां सुखेर में सिद्धार्थनगर की जैन कॉलोनी में किराये के मकान में रह रहे थे। पता चला है कि एक माह पूर्व ये भीनमाल से भागकर यहां आए थे, तब से यही रह रहे थे। पूनम विश्नोई की दो साल पहले भीनमाल निवासी प्रकाश विश्नोई से शादी हुई थी, लेकिन प्रेम प्रसंग के कारण पूनम एक माह पूर्व उसके पे्रमी देवेंद्र के साथ भाग आई। बीती रात प्रकाश विश्नोई उसके भाई गणपत, गोविंद अंकल कालूलाल और मनोहर विश्नोई सहित आठ जनों को लेकर पूनम के मकान पर पहुंचा, जहां उसने पूनम और देवेंद्र के साथ मारपीट शुरू कर दी। ये लोग दो स्कोर्पियो लेकर पहुंचे थे। काले रंग की स्कोर्पियो गुजरात नंबर की थी, जबकि दूसरी सफेद स्कोर्पियो बिना नंबर की थी। आरोपी प्रकाश व उसके परिजन देवेंद्र और पूनम को अलग-अलग वाहनों में डालकर यहां से लेकर रवाना हो गए।
इसकी सूचना पर देवेंद्र के मकान मालिक गौरव पुत्र कमलकांंत सक्सेना ने सुखेर पुलिस को दी, जिस पर जिलेभर में नाकाबंदी कराई गई।
गोगुंदा में पलटी स्कोर्पियो : जब दोनों वाहन गोगुंदा होकर जालोर की तरफ जा रहे थे, तभी टोलनाके पर नाकाबंदी थी, जिस देखकर दोनों वाहन वापस उदयपुर की तरफ मूड गए। भागते समय गोगुंदा के माघपुरा गांव के पास एक स्कोर्पियो पलट गई। इसमें पूनम थी, जो घायल हो गई। पूनम का पति प्रकाश स्कोर्पियो और जख्मी पत्नी को वही छोड़कर परिजनों के साथ देवेंद्र को लेकर उदयपुर की तरफ भाग निकला।
पे्रमी की हत्या कर लाश फेंकी : गोगुंदा से भागने के बाद देवेंद्र ने परिजनों के साथ मिलकर देवेेंद्र की हत्या कर दी और लाश को केशव नगर में फेंक दिया। बाद में आरोपी यहां से भाग छूटे। इधर, पूनम के पीहर पक्ष को सूचना मिलने पर वो गोगुंदा थाने पहुंच गए है, जिन्होंने पुलिस को बताया कि दो साल पहले पूनम की शादी प्रकाश से हुई थी, लेकिन बाद में उसका प्रेम प्रसंग देवेंद्र के साथ हो गया। दोनों एक माह पूर्व भीनमाल से भाग निकले, तब से ये दोनों उदयपुर में रह रहे थे। गोगुंदा पुलिस पूनम को लेकर सुखेर के लिए रवाना हो गई है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।
कैलाशपुरी तालाब के पास मिली युवक की जली हुई लाश
उदयपुर। कैलाशपुरी तालाब के पास चाय की थड़ी के सामने कल शाम सात बजे पुलिस को एक जली हुई लाश मिली। लाश जली हुई थी, लेकिन उसके कपड़े नहीं जले थे। अंदेशा है कि हत्या के बाद लाश को जलाया गया था और फिर उसे कपड़े वापस पहनाए गए थे। सुखेर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए लाश की शिनाख्त कर ली है और आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस ने यह सूचना तगडिय़ों का गुुड़ा निवासी लालसिंह चूंडावत को दी, लेकिन उसने लाश के एक हाथ में दो अंगूठे होने से मृतक की पहचान उसके भतीजे तगडिय़ों का गुड़ा (कैलाशपुरी) निवासी गणपतसिंह (२२) पुत्र सोहनसिंह चूंडावत के रूप में की है। मृतक के परिजनों को बुलाया गया। परिजनों का आरोप है कि मृतक गणपतसिंह बांसड़ा निवासी खेमसिंह की चाय की थड़ी पर काम करता था। पिछले चार माह से गणपतसिंह घर नहीं लौटा था और ना ही खेमसिंह ने उसे तनख्वाह दी थी। परिजनों का कहना है कि इसी बात को लेकर खेमसिंह और गणपतसिंह के बीच तकरार चल रही थी।