उदयपुर। डबोक थाना क्षेत्र के भैंसड़ाकला गांव में बीती रात एक वृद्धा की नृशंस हत्या कर दी गई। वारदात के बाद हत्यारों ने चांदी के कड़े निकालने के लिए वृद्धा के दोनों पैर काट दिए। हत्यारे वृद्धा के शरीर पर पहनी बजंटी, कंदौरा और चांदी के कड़े ले गए। आज सुबह वृद्धा के पौते ने जब वद्धा का कमरे का दरवाजा खोला, तो वहां वृद्धा की पैर कटी लाश पड़ी थी, जिसे देखकर वह चिल्लाया, जिस पर पूरा गांव वहां एकत्र हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने कार्रवाई शुरू करते हुए शव को एमबी हॉस्पीटल के मुर्दाघर में पहुंचाया।
पुलिस के अनुसार भैंसड़ाकला निवासी ८० वर्षीय नानीबाई पत्नी लक्ष्मण मेघवाल बीती रात घर में अकेली सो रही थी। इस दौरान परिजन खेत पर थ्रेसर से गेंहू निकलवा रहे थे। नानीबाई बेऔलाद है, लेकिन उसके देवर का पौता पुष्कर उसके मकान पर रात को सोने के लिए जाता था। बीती रात वह भी खेत पर गेंहू निकल रहे थे। इसलिए वहां नानीबाई के घर नहीं गया। आज सुबह पुष्कर और उसका भाई हीरालाल नानी बाई के घर पहुंचे, जहां ये दोनों दूसरे कमरे में जाकर सो गए। सुबह सात बजे हीरालाल लघुशंका के लिए निकला और उसने नानीबाई को आवाज लगाई, लेकिन कोई आवाज नहीं आई। इस पर उसने दरवाजा खोलकर देखा, तो नानीबाई की पैर कटी लाश पड़ी थी। उसकी चीख सुनकर आसपास के लोग एकत्र हो गए। सूचना पर पहुंची डबोक पुलिस ने बताया कि कमरे के हालात देखते हुए लगता है कि हत्यारों से वृद्धा ने काफी संघर्ष किया। हत्यारों ने कमरे में पड़ी कुल्हाड़ी और कूंट से ही वृद्धा की हत्या की और बाद में उसके पैर काट दिए। हत्यारे वृद्धा के शरीर पर पहने जेवर भी ले गए, जिनमें बजंटी, कंदौरा और पांव के कड़े शामिल है। पुलिस ने शव को एमबी हॉस्पीटल पहुंचा दिया है, जहां पोस्टमार्टम की कार्रवाई चल रही है। इस घटना से पूरे गांव में सनसनी फैल गई है। पुलिस ने टीम गठित करके हत्यारों की तलाश शुरू कर दी है।
हत्या के बाद पैर काटकर चांदी के कड़े लूट ले गए हत्यारे
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