एक गाँव जहाँ दूसरी शादी के बाद ही बच्चे पैदा होते है

Date:

3421746268_3cfac26deeएक ऐसा गांव जहां के लोगों के साथ जुडा है अजब संयोग, जिसके अनुसार वंश वृद्धि के लिए पुरुष को दूसरी शादी करनी पड़ती है।अब तक के इतिहास में यह संयोग किसी एक परिवार के साथ नहीं बल्कि हर परिवार के साथ देखने में आया है।

इस गांव का नाम है ‘रामदियों की बस्ती’ जो राजस्थान के बाड़मेर जिले में जिला मुख्यालय से 28 किमी दूर भारत-पकिस्तान की सरहद पर बसा हुआ। सत्तर परिवारों की इस बस्ती में सभी परिवार रामदिया मुसलमान समुदाय से हैं।इस गांव के हर परिवार में दो-दो निकाह हुए हैं।

दो-दो निकाह करना यहां के लोगों की शान नहीं बल्कि एक अनोखी मजबूरी है। एक ऐसी मजबूरी जो आज इस गांव के लिए एक आश्चर्यजनक परंपरा बन गई है।दरअसल इस गांव में किसी भी परिवार में पहले निकाह के बाद संतान का सुख प्राप्त नहीं हुआ जबकि दूसरी बेगम से सभी घरों में बच्चे खेल कूद रहे हैं।

गांव वालों के अनुसार यह परिपाटी कई दशकों से चली आ रही है, वे बताते हैं कि गांव के लाला मीठा की जब पहली शादी हुई तो कई वर्षों तक उन्हें कोई संतान पैदा नहीं हुई।उनके घर वाले उन्हें दूसरी शादी के लिए मनाते रहे लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया।

55 साल की उम्र में मीठा की पहली पत्नी का निधन हुआ और घर वालों के दबाव में उन्हें दूसरा निकाह करना पड़ा।दूसरा निकाह करने के एक साल बाद उनके यहां एक लड़की और कुछ वर्षों बाद तीन लड़कों ने जन्म लिया।तब से इस गांव में किसी को भी पहले निकाह के बाद संतान प्राप्त नहीं हुई,संतान प्राप्ति के लिए उन्हें दूसरा निकाह करना ही पड़ा।

गांव के कई लोगों को तो आधी उम्र बीत जाने के बाद संतान कि चाह में दूसरा निकाह करना पड़ा, तब भी उन्हें निराशा हाथ नहीं लगी बल्कि उनके घर में किलकारी गूंज उठी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Share post:

Subscribe

spot_imgspot_img

Popular

More like this
Related

हिन्दुस्तान जिंक के स्वास्थ्य अभियान के तहत विश्व स्तनपान सप्ताह आयोजित

हिंदुस्तान जिंक, द्वारा स्वास्थ्य अभियान के तहत् विश्व स्तनपान...

हिंदुस्तान जिंक द्वारा खनन कार्यों में आंतरिक प्रतिभा के कौशल एवं अवसर वृद्धि हेतु जावर में ‘हिंदुस्तान जिंक माइनिंग अकादमी’ का शुभारंभ

इस अनूठी पहल से भूमिगत खदानों में जंबो हेल्पर्स प्रमाणित ऑपरेटर बन सकेंगे - पांच महीने तक चलने वाले इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 16 सप्ताह का क्लासरूम इंस्ट्रक्शन शामिल होगा उदयपुर, 30 जुलाई, 2022: देश की एकमात्र और विश्व...

हिन्दुस्तान जिंक की आरडी माइन को स्वास्थ्य एवं सुरक्षा हेतु सिल्वर अवार्ड

हिन्दुस्तान जिंक के दरीबा स्मेल्टिंग काॅम्प्लेक्स के राजपुरा दरीबा...