कलर्स पर भारत-पाक संगीतमय धारावाहिक – सुर-क्षेत्र का ग्रैंड फिनाले 29 दिसंबर, 2012 को रात 10.00 बजे अपने शानदार क्लाईमेक्स पर पहुंच रहा है। यह शो गोल्डन सिटी दुबई में आयोजित किया गया। सीमा पार तक के संगीत प्रेमियों को एकजुट करने वाला और उनका मनोरंजन करने वाला धारावाहिक 15 सप्ताह तक चला और इस दौरान यह असाधारण गायन प्रतिभाओं तथा संगीत उद्योग के महारथियों को एक मंच पर लाने में कामयाब रहा। ग्रैंड फिनाले में फाइनलिस्ट दिलजान, यश राज, नाबील और मुलाजि़म अतुल्य परफोर्मेन्स देंगे जबकि उनके सलाहकार और अकसर आक्रामक और अनोखे अंदाज में अपनी टीम को आगे बढ़ाने वाले हिमेश रेशमिया और अतिफ असलम भी अपनी म्यूजिकल ताकत दिखाएंगे।
सुर क्षेत्र में अपने अनुभवों के बारे में भारतीय टीम के सलाहकार हिमेश रेशमिया ने कहा, मैं जानता हूं कि धारावाहिक में मुझ पर आक्रामक होने का लेबल लगाया गया लेकिन आक्रामक होने का मेरा इरादा सिर्फ प्रतिभागियों की बेहतरी के लिए था। मुझे विश्वास है कि अच्छे काम के लिए कुछ भी करना जायज है। क्या आपके आक्रामक अंदाज ने प्रतिभागियों पर अत्यधिक दबाव बनाया? इस सवाल के जवाब में हिमेश ने कहा, उतने बड़े मंच पर बहुत दबाव तो रहता ही है लेकिन मुझे विश्वास है कि ज्यूरी पर तो प्रतिभागियों से भी अधिक दबाव था क्योंकि अब यह फैसला तो जयूरी को ही करना है कि सबसे अधिक काबिल विजेता कौन है। मैं ज्यूरी के साथ-साथ प्रतिभागियों को भी शुभकामना देता हूं।
उनके समकक्ष पाकिस्तान टीम के सलाहकार अतिफ असलम का कहना है, मुझे यह सुनकर बहुत खुशी हुई कि मैं भी हिमेश जितना ही आक्रामक हूं, मैं तो इसे प्रशंसा के रूप में लेता हूं। धारावाहिक का हिस्सा बनकर मैं अब हिमेश की आक्रामकता का कारण समझ सकता हूं। मैं समझता हूं कि धारावाहिक में मैंने बहुत संघर्ष किया और मुझे अब भी यकीन है कि मैं सेट पर सबका लाडला हूं। उनके पसंदीदा प्रतिभागी के बारे में पूछने पर अतिफ ने कहा, ग्रैंड फिनाले में पहुंचना ही अपने आप में बहुत बड़ी उपलब्धि है, मेरी नजर में सभी चारों ही विजेता हैं।