उदयपुर ,कई समय से चल रहे झीलों के सफाई की जिम्मेदारी आखिर परिषद् की स्वास्थ शाखा ने उठाई और अब शहर की जिलों की सफाई ५० सफाई कर्मियों द्वारा तिन भागों में की जायेगी जिसकी टेंडर प्रक्रिया पूरी हो कार्यादेश जारी हो गए ।
उल्लेखनीय है की झीलों की सफाई का मुद्दा एक विभाग से दुसरे विभाग में फूटबाल बना हुआ था गत नगर परिषद् बोर्ड की बैठक में भी झीलों की सफाई का मुद्दा उठा था जिसपर शहर विधायक गुलाबचंद कटारिया ने भी कहा था कि झीलों की सफाई निश्चित तौर पर होनी चाहिए और इसी बैठक में सभापति रजनी डांगी ने झीलों की साफ़ सफाई के कार्य की जिम्मेदारी सवास्थ समिति अध्यक्ष पारस सिंघवी को दी थी जिसके अंतर्गत उन्होंने झीलों की सफाई को तिन भागों में बांटते हुए टेंडर प्रक्रिया करवाई ।
सफाई में एक भाग ,फतह सागर, स्वरुप सागर नयी पुलिया तक व् फतह सागर व् स्वरुप सागर को जोड़ने वाली लिंक नहर , उपला तालाब की सफाई कुल २० श्रमिक करेगें ।
दुसरे भाग में नयी पुलिया स्वरूपसागर से पिछोला के मोहन मंदिर तक एवं अम्बापोल रंगसागर से , ब्रह्म पोल क्षेत्र में आने वाला पिछोला के भाग में २० श्रमिक और तीसरे भाग में दूध तलाई एवं मोहन मंदिर पिछोला से जल बुर्ज के सामने वाला पिछोला का सम्पूर्ण क्षेत्र में १० श्रमिक सफाई का कार्य करेगे ।
स्वास्थ समिति अध्यक्ष पारस सिंघवी ने बताया गुरूवार को झीलों की सफाई का कार्यादेश जारी हो गया है और शुक्रवार से दूध तलाई व् अम्बापोल बाहर से सफाई का कार्य प्रारम्भ हो जाएगा । सवास्थ अधिकारी देवेन्द्र सैनी ने बताया की ठेकेदारों को कहा गया है की कार्य तुरंत प्रारम्भ करे जिससे शहर की झीले जल्दी साफ़ हों ।