उदयपुर, सह शैक्षणिक गतिविधियों से छात्राओं की मौलिक प्रतिभा एवं व्यक्तित्व विकास में मदद मिलती है। यह बात गुरूनानक कन्या महाविद्यालय निदेशक प्रो.जी.एम.मेहता ने मंगलवार को आयोजित कार्यक्रम के दौरान कही।
उन्होंने कहा छात्राओं की मौलिक प्रतिभा को विकसित करने व सह शैक्षिक गतिविधियों के माध्यम से व्यक्तित्व के सर्वागिंण विकास की दृष्टि से रचनात्मक साहित्यिक एवं सांस्कृतिक आयोजन आवश्यक है। इसके माध्यम से गरीब वर्ग एवं पिछडे क्षेत्र की छात्राओं को आगे बढने का अवसर मिलता है। इसी उदेश्य को लेकर रंगारंग वार्षिक कार्यक्रम पनिहारिन एवं सात दिवसीय एनएसएस शिविर का आयोजन किया गया है। महाविद्यालय में होने वाले पनिहारिन कार्यक्रम,पाश्चात्य एकल गान एकल समूह गान एवं नृत्य होगें। २०को पाश्चात्य समूह नृत्य व युगल गान, २१ दिसम्बर को केटवाक प्रश्नोत्तरी व व्यत्ति*त्व परीक्षण परीक्षा एवं पनिहारिन विजेता व उपविजेता का चयन कर ताज पहनाया जाएगा।
मेहता ने कहा कि इसी कडी में राष्ट्रीय सेवा योजना की महाविद्यालय इकाई प्रभारी अनिता चोबीसा के नेतृत्व में ५० स्वयं सेविकाएं तितरडी अम्बाघाटी प्राथमिक विद्यालय में आयोजित ७ दिवसीय शिविर में महिला सशक्ति करण, भ्रूण हत्या विरेाधी, साक्षरता जैसे विषयों पर जनजागृति कर रही हे। इससे पूर्व एनएसएस, एनसीसी, छात्र संघ महावीर इंटरनेशनल के सहयोग से रत्त*दान शिविर,नेत्र जांच शिविर किया गया।