चाकूवार में हुई छात्र की हत्या का मामला
परिजन शव लेकर रवाना
उग्र छात्रों का प्रदर्शन, पुलिस ने बरसाई लाठियां, थाने का घेराव
उदयपुर, कॉलेज छात्र की हत्या के मामले में सोमवार को विफल रही वार्ता का दूसरा दौर मंगलवार को जारी रहा। जिला कलक्टर व पुलिस अधीक्षक के साथ ही एक प्रतिनिधि मण्डल की बैठक में मुआवजा के आश्वासन के बाद मृतक के परिजनों ने मृतक का पोस्टमार्टम करवाया और शव को पैतृक गांव के लिए रवाना किया।
ज्ञातव्य है कि एम.बी. कॉलेज के समीप दो छात्र गुटों में हुए संघर्ष में चाकूओं से गोद बी.एन. कॉलेज के बीएससी प्रथम वर्ष में अध्ययनरत छात्र जयपाल सिंह पदमपुरा (१९) की हत्या कर दी थी। हत्या के बाद शव को एमबी चिकित्सालय मोर्चरी में रख गया था। जहां क्षत्रिय महासभा व छात्रों ने पांच सूत्रीय मांग को लेकर मोर्चरी के बाहर ही धरना देकर पोस्टमार्टम कार्यवाही नहीं होने दी थी।
आज प्रात: करीब साढे आठ बजे क्षत्रिय महासभा के प्रतिनिधि एवं सैंकडों छात्र पांच सूत्रीय मांग को लेकर पुन: एमबी चिकित्सालय मोर्चरी के बाहर एकत्रित हो गए और मुआवजे को लेकर प्रदर्शन करने लगे।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक हरिप्रसाद शर्मा, जिला कलेक्टर विकास एस. भाले, क्षत्रिय महासभा अध्यक्ष बालूसिंह कानावत, बीएन कॉलेज के प्रबंध निदेशक निरंजन नारायण सिंह, मनोहर सिंह कृष्णावत एवं मृतक के चाचा मानवेन्द्र सिंह राठौड के बीच वार्ता हुई। पांच सूत्रीय मांगों पर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मृतक के परिजनों को सरकारी नौकरी राज्य सरकार विषय है और जिस पर विचार किया जाएगा। पुलिस अधीक्षक एवं जिला कलक्टर को परिजनों एवं प्रतिनिधि मण्डल को मुआवजे के लिए आश्वासन मिलने के बाद परिजन शव लेने को राजी हो गए। वहीं सुखा$िडया विश्वविद्यालय के कुलपति आई.वी. त्रिवेदी द्वारा मृतक के बडे भाई को विश्वविद्यालय मे नौकरी देने का आश्वासन भी दिया।
इसके पश्चात प्रतिनिधि मण्डल पुन: एमबी चिकित्सालय मोर्चरी पहुंचा। जहां पर छात्रों से समझाइश की एवं मुआवजे के आश्वासन की बात कही। क्षत्रिय महासभा के प्रतिनिधि मण्डल ने सभी छात्रों को धन्यवाद ज्ञापित किया और शव को उसके पैतृक गांव पाली (पदमपुरा) के लिए रवाना किया गया। यहां से छात्र कोर्ट चौराहा पहुंचे जहां पर छात्रों ने जाम लगाकर टायर जलाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस जाब्ते ने छात्रों ने पहले तो समझाइश की, न मानने पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर उन्हें वहां से खदेडा। पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों में से एक दो जनों को हिरासत में लेकर थाने लाई। उग्र छात्र इसका विरोध करते हुए भूपालपुरा थाने पहुंचे और थाने का घेराव कर प्रदर्शन किया। प्रतिनिधि मण्डल की समझाइश के बाद छात्र वहां से रवाना हुए।
इसके पश्चात भी छात्रों का आक्रोश ठंडा ना हुआ और वे बीएन कॉलेज के बाहर सडक पर एकत्रित हो जाम लगा दिया। इसकी सूचना पर मौके पर पहुंचे अतिरित्त* पुलिस अधीक्षक अनंत कुमार मय जाब्ते ने बिना समझाइश छात्रों पर सीधी लाठियां बरसाना शुरू किया। कुछ प्रदर्शनकारी और अन्य लोग सुभाषनगर की गलियों में घुस गए। ऐहतियात के तौर पर बी.एन. संस्थान के बाहर भारी मात्रा में पुलिस जाब्ता तैनात कर दिया गया है एवं पुलिस घटना को लेकर पूरे शहर में नजर रखे हुए है।
स्थापित हो अस्थाई पुलिस चौकी: वार्ता के दौरान प्रतिनिधि मण्डल ने कॉलेज परिसर में आये दिन होने वाली मारपीट की घटनाओं एवं भविष्य में किसी अनहोनी से बचने के लिए अस्थाई पुलिस चौकी स्थापित करने की मांग की है।
बंद हुई दुकानें: उग्र छात्र एमबी चिकित्सालय से बी.एन. कॉलेज पहुंचे जहां उन्होंने चलती गा$िडयों को रोका और उनके साथ अभद्र व्यवहार किया। कुछ छात्रों द्वारा शोरूमों एवं पुलिसकर्मियों पर पत्थर फैकने पर दुकानदारों ने अपनी दुकाने बंद कर दी। वहीं स्थिति तनावपूर्ण होने से एम.बी. कॉलेज व बी.एन. कॉलेज में अवकाश रहा और दोनों ही कॉलेज के बाहर भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात रहा।