उदयपुर, । इण्डियन डेन्टल एसोसिएशन की उदयपुर शाखा के आतिथ्य में ३ दिवसीय राजस्थान स्टेट डेन्टल कोंफ्रेस के दूसरे दिन शनिवार को दो अलग-अलग सभागारों में देशभर से आए १२ विशेषज्ञ दंत चिकित्सको ने अपने-अपने व्याख्यान देकर प्रतिभागियों को डेन्टल मेडिकल क्षेत्र में उपचार की नई तकनीक पर विस्तारपूर्वक डेमोट्रेशन देते हुए जानकारी दी।
ये जानकारी देते हुए कोंफ्रेस के सहआयोजन सचिव डॉ. बालाजी मनोहर ने बताया कि शनिवार को हुए तकनीकी सत्रों में डॉ. रूम्पाविंग ने एस्टोटिक्स पर बात करते हुए टूटे दांतो की फिर से फिलिंग कर उनकी स्वाभाविकता बनाये रखने पर रोशनी डाली। डॉ. अभय लाम्बा ने इनप्लांट के जरिये सुन्दर मुस्कान, डॉ. जगदीश पई ने लेजर के प्रयोग से दंत चिकित्सा में बिना दर्द रूड केनाल्ट, बिलिचिंग, मसूडों मे कालापन निकालने पर प्रकाश डाला। डॉ. विनोद कुमार ने रूडकेनाल्ट उपचार में दूरबीन के उपयोग के महत्व को समझाया। डॉ. प्रवीण कुडवा ने मसूडे जनित रोगों के सुलभ उपचार, डॉ. सतीश भारद्घाज ने इनप्लांट में आने वाली समस्याएं और इलाज और डॉ. सोनल ने डेन्टल क्लीनिक में आ रही तकलीफो व उनके इलाज पर विस्तार से बताया। डॉ. जसविंदर तेजा ने उपचार के वक्त दांत निकालने के तुरन्त बाद इनप्लांट लगाने की विधि पर विस्तार से बताते हुए कहा कि इससे मसूडो और हड्डी की सुकडन को रोका जा सकता है और मरीज भी बिना दांत के नहीं रहता है। रविवार को ५ विशेषज्ञ अपना व्याख्यान प्रस्तुत करेगे।
आयोजन सचिव डॉ. निखिल वर्मा ने बताया कि कोंफ्रेस में विद्यार्थियों ने भी शनिवार को ७० पत्रवाचन किये। जिसमें शोध पत्र व दंत चिकित्सा के क्षेत्र में उनके द्वारा किये गये नये प्रयोगों की जानकारी का आदान प्रदान किया। रविवार को भी ७० और डेन्टल स्टूडेन्ट अपना पत्र वाचन करेगे। इसके अलावा ६० पोस्टरों का भी प्रदर्शन एक प्रदर्शनी के माध्यम से कांप्रे*स स्थल पर किया जाएगा। कोंफ्रेस स्थल पर एक ट्रेड फेयर भी लगाया गया है। जिसमें दंत चिकित्सा से जुडे उपकरणो व आपरेशन मशीनो का ३० कम्पनीयों ने प्रदर्शन किया। जिससे प्रेक्टिस करने वाले दंत चिकित्स व विद्यार्थी नवीनतम उपकरणो की जानकारी ले सके। कोंफ्रेस का समापन रविवार की शाम को होगा।
इन्डियन डेन्टल एसोसिएशन की प्रदेश शाखा के निर्वाचित अध्यक्ष डॉ. विनोद बिहानी ने कोंफ्रेस के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कोंफ्रेस के आयोजन में विशेषज्ञो, प्रेक्टिस कर रहे दंत चिकित्सको और डेन्टल स्टूडेन्स का एक साथ एक ही स्थल पर मिलना होता है। जिससे वे अपने अनुभव व नवीनतम प्रयोगों के बारे में जानकारी का आदान-प्रदान कर सके। उन्होंने बताया कि एसोसिएशन दंत चिकित्सा को लेकर आमजन में जागरूकता लाने के लिए विविध नि:शुल्क कार्यक्रम आयोजित करती है। जिसमें चिकित्सा का शिविर शैली, स्कूलों में दंत चिकित्सा शिक्षा की जानकारी दी जाती है साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी दांतो के सामान्य रोगो से बचाव के लिए लोगों में ब्रश करने आदि की जागरूकता पर जानकारी दी जाती है।