उदयपुर, खेरवाडा रेंज वन क्षैत्र से आये पेंथर ने हमला कर ८ लोगों को घायल कर दिया। इसकी सूचना मिलने वन विभाग एवं प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में ट्रेंगुलाइज कर पेंथर को बेहोश किया। इस दौरा मौजूद ग्रामीणों की भीड ने पत्थर बाजी कर पेंथर को गंभीर घायल कर दिया।इधर शहर के पर्यटन स्थल दुधतलाई क्षैत्र में भी पेंथर के पदचिन्ह पाये गये है। जिसकी जांच जारी है।
सूत्रों के अनुसार गुरूवार सवेरे खेरवाडा रेंज वन क्षैत्र में धोलागढ जंगल की तरप* से ३-४ वर्षीय नर पेंथर कोलडी गांव की तरफ आया जहां उसने खोलडी गांव निवासी पूंजा पुत्र अमरा, नाथु पुत्र कालू, आलपुर निवासी देवा पुत्र वाला, वैला पुत्र वाला, सलूम्बर निवासी रिटायर्ड पुलिस कर्मी अब्दुल रहमान, मीरा पत्नी राजू मीणा, कालकी पत्नी देवा वीरजी (१२) पुत्र पूंजा सहित ८ ग्रामीणों को जख्मी कर दिया। इसकी सूचना मिलने पर एसीएफ महिपाल सिंह, एसडीओं सलूम्बर भगवत सिंह, तहसीलदार धिरेन्द्रव्यास खेरवाडा रेंजर शंभूसिंह झल्लारा थाना ए एस आई गोविन्दसिंह मय जाप्ता ने मोके पर पहुच कर घायलों को उपचार के लिए सलूम्बर चिकित्सालय में भर्ती करवाया। जहां पूंजा की हालत गंभीर बताई जाती है। हमलवार पेंथर को पकडने के लिए उदयपुर गुलाबबाग वाइल्ड लाईफ के ट्रेंगुलाईजर एक्सपर्ट सतनाम को मोके पर बुलवाकर पेंथर को बेहोश किया। इस दौरान करीब एक हजार लोगों की भीड ने पत्थरबाजी कर पेंथर को जख्मी कर दिया। जिसें वन अधिकारी लेकर उदयपुर पशुचिकित्सालय के लिए रवाना हुए है। सूत्रों के अनुसार सवेरे पेंथर जंगल की तरप* से आने पर पूंजा पर हमला किया इसकों देख बचाने आये पुत्र वीरजी पर हमला किया। इस दौरान चिल्लानें पर आये ग्रामीणों पर हमला करता हुआ शेषपुर हाईवे त्रिमुर्ति की तरप* घास की जाडियों में जा छिपा जब तक ९ से अधिक लोगों को वह घायल कर चुकाथा। इधर सूचना मिलने पर ग्रामीणों की भीड लगातार बडती गई एक तरफ उसे ट्रेगुलाईज किया दूसरी तरप* ग्रामीणों की पत्थर बाजी जारी रही। पेंथर ने करीब एक घंटे तक खोलडी, आलपुर, त्रिमूर्ति जाफला क्षैत्र में ग्रामीणों का शिकार किया। अंत में भीड को देख त्रिमूर्ति के समीप घास की झाड़ियों में जा छिपा इस दौरान मोके पर पहुची रेस्क्यू टीम ने उसे बेहोश कर कब्जे में लिया।लेकिन आक्रोषित ग्रामीणों का पथराव जारी रहा जिससे वह घायल हो गया।
इसी तरह शहर के पर्यटन क्षैत्र दुधतलाई क्षैत्र जलबुर्ज पर गुरूवार सवेरे पेंथर के आने व जंगली जानवर का शिकार करने की जानकारी मिलने पर वन विभाग अधिकारी मोके पर पहुचे। जहां सवेरे दुधतलाई क्षैत्र में टहलने आने वाले शहरवासियों को जाने से रोक दिया। पूछताछ में अधिकारियों ने पेंथर के आने की जानकारी दी। इस संबंध में जलबुर्ज क्षैत्र में पेंथर के पद चिन्ह पायें गये है लेकिन उसका पतानहीं चल पाया है। जिसकी तलाश जारी है।