नई दिल्ली। संसद में एफडीआई पर विपक्ष के हमलों की धार कुंद करने के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने यूपीए नेताओं के लिए आज रात्रि भोज का आयोजन किया है। भोज के दौरान संसद को सुचारू रूप से चलाने की रणनीति पर भी चर्चा होने की संभावना है। लगभग एक महीने तक चलने वाला संसद का शीतकालीन सत्र अगले हफ्ते से शुरू हो रहा है। प्रधानमंत्री ने इसी रणनीति के तहत सपा और बसपा के प्रमुख नेताओं को भी भोज दिया था।
मनमोहन सिंह ने पिछले सप्ताह सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव और उनके पुत्र एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को रात्रि भोज दिया था और इसके बाद रविवार को बसपा प्रमुख मायावती को दिन के भोजन पर आमंत्रित किया था। संसद में एफडीआई मुद्दे पर विपक्ष की ओर से मत विभाजन के प्रावधान वाले नियमों के तहत चर्चा करने या अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने को लेकर आशकित प्रधानमंत्री सहयोगी दलों और सरकार को बाहर से समर्थन दे रहे दलों से तालमेल बैठाने की कोशिश कर रहे हैं।
वाम दलों ने एफडीआई पर मत विभाजन के नियमों के तहत संसद में चर्चा कराने के प्रस्ताव का नोटिस दिया है। इसके अलावा भाजपा, जदयू और इस मुद्दे पर संप्रग से अलग हुई तृणमूल काग्रेस ने भी ऐसे ही नोटिस दिए हैं।