उदयपुर , ऐश्वर्या इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एण्ड आई. टी. द्वारा आगामी 2-3 नवम्बर 2012 को दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। “व्यापार और सूचना प्रोद्योगिकी के लिए सफलता के मंत्र” विषयक इस कार्यशाला में देशभर से 200 प्रतिभागी भाग लेगें।
कार्यशाला समन्वयक कपिल श्रीमाल ने प्रेस वार्ता में पत्रकारों को बताया कि कार्यशाला प्रबंधन व सूचना प्रोद्योगिकी दोनों ही विषयों के विद्यार्थियों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए इस कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है, विद्यार्थी जो इस कार्यशाला का हिस्सा बनेगे उनके लिए देश के विख्यात शैक्षणिक और उद्य़ोग जगत के पेशेवरों द्वारा उपयोगी सफलता के मंत्रों का प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। कार्यशाला में दोनों दिन अलग-अलग विषयों पर तकनीकी सत्रों का आयोजन किया जायेगा। कार्यशाला में विषय विशेषज्ञ के तौर पर मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में कॉलेज विकास परिषद् के निदेशक प्रो. करूनेश सक्सेना, आर. ए. पोद्दार इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर के प्रो. हर्ष द्विवेदी, इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, निरमा यूनिवर्सिटी के डॉ. नितयेश भट्ट, राजस्थान स्टेट माईन्स एण्ड मिनिरलस लि. के मैनेजर (सिस्टमस) डॉ. अजमुदीन खान, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय खुला विश्वविद्यालय के अन्तर्गत स्कूल ऑफ मैनेजमंेट स्टडीज, नई दिल्ली के निदेशक प्रो. नवल किशोर, जे. के. सीमेन्ट, निम्बाहेड़ा में सहायक उपाध्यक्ष (एच.आर. एण्ड आर.टी.सी.) डॉ. आर. पी. सिंह, जे. के. लक्ष्मी सीमेन्ट लिमिटेड, जेकेपुरम, राजस्थान के सीनियर मैनेजर (एच.आर.) श्री आसिफ करीम साहिर व फ्यूजन ई-सोल्यूशन के प्रबन्धक निदेशक श्री मधुकर दुबे सम्बोधित करेगें।
श्रीमाल ने बताया कि वर्तमान व्यापार में वैश्वीकरण के कारण दुनियाभर में सभी औद्यौगिक संगठनों में जबदस्त प्रतिस्पर्धा के दबाव का सामना करना पड़ा रहा है। इसके परिणामस्वरूप महत्वपूर्ण पदों पर पेशेवर व्यक्तियों की आवश्यकता है जो उच्च श्रेणी के शिक्षण सस्थानों द्वारा तैयार किये जायेगें। वर्तमान परिपेक्ष्य में व्यावसायिक शिक्षा में व्यावहारिक दृष्टिकोण की कमी है। सैद्धान्तिक ज्ञान और कौशल विकास के पहलू को ध्यान में न रखते हुए शिक्षा प्रदान करने की जरूरत है। कार्यशाला में इन सैद्धान्तिक बिन्दुओं पर विस्तृत विवेचना की जायेगी।