उदयपुर, उदयपुर संभाग में हाई ब्लड प्रेशर मधुमेह पर काबू न पाने के चलते मेवाड में किडनी की बीमारी महामारी का रूप लेती जा रही है वहीं राज्य सरकार की इच्छा शत्ति* की कमी एवं संभाग के जनप्रतिनिधियों की अकर्मण्यता एवं उदासीनता के कारण संभाग के गुर्दा रोगी दर दर की ठोकरे खाते हुए पडौसी राज्य में अपना इलाज करवा रहे है। संभागीय आरएनटी मेडिकल कालेज में सन २००७ एवं २००९ मे गुर्दाप्रत्यारोपण इकाई की स्थापना हेतु प्रस्ताव बना कर भेज रखा है जिसे आज तक मंजुरी नहीं मिली है। स्थानीय लेकसिटी कीडनी केयर एण्ड रिलीफ फाउण्डेशन इस युनिट की स्थापना को लेकर पिछले ५ वर्ष से संघर्षरत है।
राजकीय महाराणा भूपाल चिकित्सालय उदयपुर संभाग का पहला एवं राजस्थान का सबसे बडा चिकित्सालय का दर्जा हांसिल होते हुए यहां गुर्दा प्रत्यारोपण इकाई की स्थापना नहीं से पीडित दरबदर भटक रहे है।