कम समय में अधिक उत्पादन की लालच की वजह से हुआ हादसा
हिंदुस्तान जिंक का प्रबंधन मजदूरों के प्रति लापरवाह
उदयपुर , राजसमंद जिले के रेलमगरा उपखण्ड अंतर्गत हिन्दुस्तान जिंक की राजपुरा दरीबा इकाइ में सोमवार दोपहर को कम समय में अधिक उत्पादन की हडबडी और प्रबंधन की लापरवाही की वजह से हुए हादसे में दो श्रमिकों की भयानक मृत्यु हो गई तथा दो अधिकारियों सहित १२ जने घायल हो गए जिन्हें उदयपुर के एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। घायलों में पांच की हालत गंभीर है। दुर्घटना के बाद उग्र श्रमिकों ने मृतकों के परिजनों के परिजनों को ५० लाख रूपया मुआवजा देने की मांग करते हुए कंपनी परिसर में तोड़ फोड़ की।
प्राप्त जानकारी के अनुसार हिन्दुस्तान जिंक के दरीबा स्थित संयंत्र में सोमवार को रोस्टर प्लांट का मैन्टेनेन्स करने के लिए ’’शट-डाऊन’’ (प्लान्ट को बंद करना) एस.एस. कंपनी एवं ओपीकॉम कंपनी के ठेका श्रमिक फर्नेस के नीचे मेन्टेनेंस का कार्य कर रहे थे। इसी दौरान अपरान्ह २ बजे अचानक गर्म ’’केलसाइन’’ ऊपर गिरने से वहां कार्यरत दो श्रमिक उछल कर केलसाइन के ढेर में जा गिरे। अत्यधिक गर्म केलसाइन में गिरने से दोनों श्रमिक बजरंग (२८) पुत्र जगदीश दास एवं श्यामलाल (३४) पुत्र प्यारेलाल निवासी रेलमगरा की मौके पर ही मृत्यु हो गई। हादसे में वहां खडे हिन्दुस्तान जिंक के अधिकारी एस.के. वैद्य, तरूण कुमार दशोरा तथा ठेका श्रमिक भरत सिंह, राम सिंह, नाथूलाल, जगदीश, भेरूलाल, लक्ष्मीकांत, अय्यूब हुसैन, श्ंाकरलाल, मांगीलाल तथा राजकुमार झुलस गए जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद उदयपुर के निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। जहां तरूण कुमार दशोरा, भरत सिंह, लक्ष्मीकांत, अय्युब हुसैन तथा शंकरलाल को ६० प्रतिशत झुलसी हालत में
ग्रामीणों ने जताया आक्रोश : घटनास्थल पर पहुंचे श्रमिकों तथा ग्रामवासियों ने जिंक प्रशासन के प्रति आक्रोश व्यक्त करते हुए जमकर प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। इन हालातों के चलते घटनास्थल पर पडे दोनों श्रमिकों के शवों को पुलिस कब्जे में नहीं ले सकी। ग्रामवासियों एवं श्रमिकों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस एवं प्रशासन भी एकबारगी लाचार नजर आया। इसी दौरान रेलमगरा प्रधान रेखा अहीर का पति लेहरूलाल अहीर के मौके पर समझाइश के लिए पहुंचे जिन्हें देखकर श्रमिकों ने उनके खिलाफ नारेबाजी करते हुए धक्काधुम करने लगे हालांकि इसी दौरान पुलिस ने भीड का वहां से खदेड दिया। इस पर आक्रोशित लोगों ने पथराव भी करते हुए एम्बूलेंस के कांच फोड दिए। और एम्बूलेंस को पास ही एक नाले की ओर धकेल दिया।
इनका कहना है:
प्रबंधन की गलती के कारण हिन्दुस्तान जिंक में लगातार हादसे हो रहे है। कम समय में अधिक उत्पादन की ह$डब$डी में प्रबंधन द्वारा श्रमिकों के सुरक्षा की उपेक्षा की जा रही है तथा विशेषकर ठेका श्रमिकों से जबरन, बिना समुचित सुरक्षा उपकरणों के खतरनाक कार्य करवा कर उनका जीवन जोखिम में डाला जा रहा है। दूसरी ओर जिला प्रशासन भी श्रमिक अधिकारों एवं श्रम नियमों के उल्लंघन को आंखे मूंद कर श्रमिक हितों की अनदेखी कर रहा है। इंटक इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। इंटक मृतकों के परिजनों के साथ है तथा उन्हें यथा उचित मुआवजा दिलाने का प्रयास करेगी तथा घायलों के उपचार पर भी पूर्व निगरानी रखेगी।
– मांगीलाल अहीर,
वरिष्ठ इंटक नेता
दरीबा स्मेल्टर कॉम्पलेक्स में आज दोपहर २ बजे हुई दुर्घटना में दो कर्मचारियों की मृत्यु हो गई तथा ११ कर्मचारी घायल हो गए। इस दुर्घटना पर कम्पनी को बेहद खेद है तथा मृतकों के परिवार एवं घायलों को कंपनी की ओर से हरसंभव सहायता दी जा रही है। भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो इसके लिए घटना की जांच कराई जा रही है।
– पवन कौशिक
हेड कारपोरेट कम्युनिकेशन हिन्दुस्तान ज