कुलाधिपति प्रो.गर्ग ने दोहराया कार्यकाल समाप्ति तक मैं ही हं कुलाधिपति
कुल प्रमुख ने कहा मेरे पास है कुलाधिपति का प्रभार
उदयपुर, । जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ में कुलाधिपति पद को लेकर चल रहा घमासान अब और तेज होने लगा है एक और प्रो.भवानी शंकर गर्ग ने आकर कुलाधिपति की कुर्सी पर कब्जा कायम रखा दूसरी और कुल प्रमुख प्रपु*ल्ल नागर ने पुलिस जाब्ते के बीच मुख्य कार्यालय आकद खुद कुलाधिपती का कार्य भार संभालने की घोषणा की है।
उल्लेखनीय है कि पिछले आठ दिनों से राजस्थान विद्यापीठ के कुलाधिपत पद के लिए घमासान चल रहा है। और विद्यापीठ एवं कल कर्मचारी संघ प्रमुख को हटाने को लेकर आंदोलन प्रो.भवानी शंकर गर्ग ने छुट्टियों से लौटते ही कुलाधिपति की कुर्सी संभाल ली और कुल कर्मचारी संघ अध्यापक परिषद एवं छात्र नेता से वार्ता की और कहा कि बहकावे में आने की जरूरत नहीं है। मैं आज भी चांसलर हंू और अपने नियमित कार्य कर रहा हूं और कर्मचारी संघ व छात्र नेताओं की मांगों के बारे में कहा कि वे स्थिति का मूल्यांकन कर निर्णय लेगें।
वार्ता के दौरान आंदोलनरत कर्मचारियों और छात्र नेताओं ने मांग रखी कि राजस्थान विद्यापीठ कुल प्रमुख प्रपु*ल्ल नागर व संगठन सचिव भंवर लाल गुर्जर को अविलम्ब बर्खास्त किया जाय तथा अजमेर स्थित महाविद्यालय की जमीन को खुदबुर्द करने की जांच और उदयपुर स्थित इंजिनियरिंग कॉलेज का एमओयू निरस्त किया जाए अन्यथा आंदोलन चलता रहेगा।
इधर आंदोलन के नवें दिन कुल प्रमुख प्रपु*ल्ल नागर पुलिस सुरक्षा के बीच १२ बजे कुल कार्यालय पहुंचे तथा घोषणा की कि जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ कुल के संविधान के तहत डा.जीतेन्द्र कुमार तायलिया को चांसलर नियुत्त* किया था किन्तु तायलिया द्वारा व्यत्ति*गत व्यवस्थाओं के कारण उपरान्त पद ग्रहण नहीं कर पाने की स्थिति में संविधान का अनुसरण करते हुए नये चांसलर की नियुत्ति* तक कुल प्रमुख ही कुलाधिपति का कार्यभार संभालेगें। सारी परिस्थितियों के चलते राजस्थान विद्यापीठ का यह पद संघर्ष समाप्त होता नहीं दिखता एक और कार्यकर्ता, कर्मचारी कुल प्रमुख के विरोध में आंदोलनरत है दूसरी और कुलाधिपति प्रो.भवानी शंकर गर्ग अपने पद पर काबिज है और इधर कुल प्रमुख कुलाधिपति और कार्यकर्ताओं की अनदेखी करते हुए कुलाधिपती का कार्यभार संभाले हुए है।