उदयपुर। भारत में जिंक, सीसा और चांदी उत्पादन करने वाली सबसे बड़ी कंपनी हिंदुस्तान जिंक ने पीपल फस्र्ट एचआर एक्सीलेंस अवार्ड 2020 हासिल किया है। हिंदुस्तान जिंक को यह अवार्ड एचआर के कामकाज को बेहतर बनाने के लिए प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करने की कैटेगिरी में दिया गया है। कंपनी ने मानवीय हस्तक्षेपको कम करने के लिए नई तकनीक और आॅटोमेशन का इस्तेमाल कर मानव संसाधन के बदलाव व क्रियान्वयन में उत्कष्ट कार्य किया है। इसी के परिणामस्वरूप कंपनी को सर्वोच्च पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया है।
हिंदुस्तान जिंक के कामकाज में नवाचार को और प्रौद्योगिकी को ही केंद्र में रखा जाता है। मानव संसाधन में डिजिटलीकरण की एप्रोच तीन स्तंभों पर आधारित है। ये स्तंभ हैं प्लेटफार्म, पीपल एण्ड वर्क। एचआर के कामकाज का तरीका यही है कि वे मानव संसाधन को व्यवस्थित कर कामकाज में नवाचार को साझा करने की संस्कृति को बढ़ावा दे और बदलाव के जरिये डिजिटल सोच को सक्रिय करे। इसका मकसद यह है कि हमारे काम करने के तरीकों में निरंतर प्रयोग व नवाचार में सहयोग के लिए डिजिटल टूल्स व ऐप का उपयोग किया जाए। जब भी नई तकनीक के इस्तेमाल और समाधान अपनाने की बात आती है तो हिंदुस्तान जिंक सबसे आगे होता है। कंपनी प्रतिभा का तालमेल स्थापित करना चाहती है जिसमें टेक्नोलाॅजी एवं कर्मचारी की अहम भूमिका है।
पीपल फस्र्ट एचआर एक्सीलेंस अवार्ड 2020 मानव संसाधन के क्षेत्र में की जा रही उत्कृष्ट पहलों को साबित करता है और पहचान बनाता है। इसके लिए विभिन्न समूहों को शामिल किया जाता है और पेशेवेर विशेषज्ञों को अवसर भी दिया जाता है। मानव संसाधन को आगे बढ़ाने में टैक्नोलाॅजी के इस्तेमाल की समीक्षा की जाती है। इनमें एचआर साॅफृटवेयर, आॅनलाइन भर्ती, ई-लर्निंग प्रोग्राम, प्रतिभा प्रबंधन एवं विकास या फिर लीडरशिप डवलपमेंट हो।