शिक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि 12th Economics की दोबरा परीक्षा 25 अप्रैल को होगी। शिक्षा सचिव अनिल स्वरूप ने बताया कि 10th की math की परीक्षा केवल दिल्ली और हरियाणा में होगी, हालांकि इसकी तारीख अभी घोषित नहीं की गई है। उधर, पेपर लीक की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 10 whatsapp ग्रुप को आईडेंटिफाई किया है। इन ग्रुपों में 50-60 मेंबर हैं। जांच में सामने आया की बोर्ड की चेयरमैन अनीता करवाल को किसी शख्स मेल भेजा था, जिसमें लीक पेपर्स की तस्वीरें अटैच्ड थीं। पुलिस ने इस बारे में ज्यादा जानकारी जुटाने के लिए गूगल से भी संपर्क किया है।
10th math का पेपर जुलाई में- शिक्षा सचिव
– शिक्षा सचिव ने कहा, “10वीं के मैथ्स का पेपर लीक केवल दिल्ली और हरियाणा तक सीमित था। अगर इसमें दोबारा परीक्षाएं कराई गईं तो ये केवल दिल्ली और हरियाणा में ही होंगी। हम इस पर अगले 15 दिन में फैसला लेंगे। अगर परीक्षा दोबारा हुई तो ये जुलाई में होगी। अभी हमारी पहली चिंता बच्चों को लेकर है, जो परेशान हो रहे हैं। ये फैसला भी उन्हीं के लिए लिया गया है। जिस भी शख्स ने ये काम किया है, हम उसे बख्शेंगे नहीं।”
पेपर लीक मामले में अब 2 FIR और 30 लोगों से पूछताछ हुई?
–पेपर लीक मामले में अब तक पुलिस ने 2 एफआईआर दर्ज की हैं। वहीं, 18 स्टूडेंट्स और पांच कोचिंग सेंटर संचालकों समेत 40 लोगों से पूछताछ की गई है। लेकिन अभी तक पुलिस को पेपर लीक करने वाले असली आरोपी का कोई सुराग नहीं मिला है।
– झारखंड के चतरा में भी छह छात्रों और कोचिंग संचालकों को हिरासत में लिया गया।
स्टूडेंट्स का विरोध प्रदर्शन जारी
– पेपर लीक होने की वजह से 10वीं और 12वीं के दो पेपर रद्द करने के फैसले के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन जारी हैं।
– दिल्ली में गुरुवार को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स ने दावा किया कि सीबीएसई के सभी पेपर लीक हुए थे और दो-दो हजार रुपए में बिके। वहीं, पुलिस सूत्रों का दावा है कि पेपर 30 हजार रुपर से लेकर 200 रुपए तक में बिके हैं।
सीबीएसई चेयरमैन को किसी ने भेजे थे मेल, पुलिस ने गूगल से संपर्क साधा
– पिछले दिनों किसी शख्स ने सीबीएसई की चेयरमैन अनीता करवाल को एक मेल भेजा था। इसमें हाथ से लिखे लीक पेपर्स की फोटो अटैच्ड थीं। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि किस शख्स ने ये मेल भेजा था। इसके लिए क्राइम ब्रांच ने गूगल से संपर्क किया है।
जांच: 40 मोबाइल नंबर हाथ लगे
– सोर्स प्वाइंट तक पहुंचने के लिए पुलिस फारवर्ड करने वाले फोन नंबरों की चेन को खंगाल रही है। अभी तक ऐसे 40 मोबाइल नंबर हाथ लगे हैं। इनमें 10वीं के 24 और 12वीं के 10 छात्र हैं।
– पुलकित शर्मा नाम के युवक ने मिराज नाम के युवक से पेपर मिलने की बात कही। वहीं, पहले आरोपी बनाए गए कोचिंग संचालक विक्की ने मदद के लिए पर्चा फॉरवर्ड की बात कही है।
अंदेशा: सोनीपत, बुलंदशहर से भी जुड़े हो सकते हैं तार
– पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, लीक के तार सोनीपत और बुलंदशहर से जुड़े हो सकते हैं। क्योंकि इस तरह का गोरखधंधा करने वाले कुछ गैंग वहीं पर एक्टिव हैं। ऐसे गैंग पर भी पुलिस नजर बनाए हुए है। पुलिस को अंदेशा है कि इस मामले में कोचिंग संचालक सिर्फ मोहरा भर भी हो सकते हैं। असल में इस पूरे रैकेट के पीछे बड़े नाम भी छिपे हो सकते हैं।
प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कहा- अधिकारियों ने पेपर लीक किए, अब सारी परीक्षा दोबारा हो
– जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने दावा किया कि सीबीएसई का सिर्फ मैथ्स और इकोनॉमिक्स नहीं, बल्कि सभी पेपर लीक हुए थे। इसके पीछे सीबीएसई अधिकारियों का हाथ होने का भी दावा किया गया।
– 12वीं के राहुल ने कहा, “परीक्षा से पहले सभी पेपर उपलब्ध थे। कुछ दोस्तों ने दो-दो हजार रु. में खरीदने का ऑफर दिया था। परीक्षा में बिल्कुल वही पेपर आया, जो ग्रुप्स में सर्कुलेट हो रहा था। ऐसे में पूरी परीक्षा ही दोबारा लेनी चाहिए।”
– सेंट थॉमस स्कूल की 10वीं की छात्रा भाविका यादव ने कहा, “परीक्षा से पहले अगर किसी ने पेपर लीक कर दिया तो सजा हम क्यों भुगतें?”
– छात्रों ने कहा कि पूरे मामले के लिए सीबीएसई ही जिम्मेदार है। विरोध कर रहे छात्रों ने ‘हमारी जिंदगी से खिलवाड़ बंद करो’ और ‘छात्रों को नहीं, बल्कि सिस्टम को रिटेस्ट करने की जरूरत है’ लिखी तख्तियां थाम रखी थीं।