udaipur. महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विष्वविद्यालय के अन्तर्गत गांव सियाखेड़ी, वल्लभनगर मे नया कृषि विज्ञान केन्द्र खोलने की स्वीकृति भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद नई दिल्ली ने दी है।
एमपीयूएटी के माननीय कुलपति प्रो. उमा शंकर शर्मा ने नए कृषि विज्ञान के्रन्द्र की अनुमति प्रदान करने के लिए माननीय केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री राधामोहन सिंह, माननीय गजेन्द्र सिंह शेखावत, केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री एवं क्षेत्र के सांसद माननीय श्री सी.पी.जोषी का आभार वक्त करते हुऐ इसे एमपीयूएटी के लिऐ बडी उपलब्धी बताया। उन्होने कृषि विज्ञान केन्द्र की स्वीकृति के लिऐ डा.ऐ.के.सिंह, उपमहानिदेषक (कृषि प्रसार) भा.कृ.अ.प. नई दिल्ली एवं डा. एस.के सिंह, निदेषक कृषि तकनीकी अनुप्रयोग संस्थान-अटारी जोधपुर को भी धन्यवाद ज्ञापित किया। माननीय कुलपति ने बताया कि यह के.वी.के. वल्लभनगर के ग्राम सियाखेडी मे 31.83 है. भूमि पर स्थापित किया जाऐगा। के.वी.के. का कार्यक्षेत्र वल्लभनगर, मावली, लसाडिया, सराडा, सलूम्बर, सेमारी और ऋिषभदेव तहसील में व्याप्त रहेगा। उन्होने बताया कि इस कृषि विज्ञान केन्द्र की स्थापना से उल्लेखित तहसील क्षेत्रों के दूर दराज के ग्रामीण इलाकों में कृषि वैज्ञानिको की पहुंच बढ़ेगी और यहां के किसानों को खेती बाडी और पषुपालन की नवीनतम जानकारी मिल सकेगी। उन्होने विष्वास जताया कि इस नऐ के.वी.के. की स्थापना से क्षेत्र के कृषि विकास को गति मिलेगी।
वि.वि के प्रसार षिक्षा निदेषक डा.जी. एस. तिवारी ने नऐ के.वी.के. की स्थापना पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि यह कृषि विज्ञान केन्द्र आगामी वित्तीय वर्ष में प्रारम्भ कर देगा तथा भा.कृ.अ.प. नई दिल्ली से योजना के प्रारूप के अनुमोदन के बाद आगामी एक दो वर्ष में
के.वी.के. को आवंटित भूमि पर प्र्रषानिक भवन, किसान छात्रावास, कर्मचारियों के आवास, प्रदर्षन इकाई इत्यादि का निर्माण कार्य प्रारम्भ किया जाऐगा।