आधे से अधिक पार्षद कार्यशाला से रहे नदारद
उदयपुर, विरासत संरक्षण के लिए नगर परिषद द्वारा आयोजित कार्यशाला में जनप्रतिनिधियों ने रूचि नहीं दिखाई। कार्यशाला में ५५ पार्षदों में से आधे भी उपस्थित नहीं थे।
लाखों रूपये खर्च कर नगर परिषद की सभापति और अधिकारियों ने स्टोर्स बर्ग (प्र*ांस) जाकर विरासत के संरक्षण के लिए एमओयू किया। उसी के अंतर्गत प्र*ांस से विशेषज्ञों की वेन को यहां बुलाया जिनकी सोमवार से वर्कशॉप की शुरूआत हुई लेकिन शहर की तरक्की की बाते करने वाले जनप्रतिनिधि,पार्षदों को इसमें रूचि नहीं दिखाई दी। यहां तक की नगर परिषद आयुत्त* मात्र आधा घंटा रूके और चले गये तो सभापति लंच के पहले ही वहां से विदा ले ली। पार्षदों के हाल तो यह थे कि ५५ पार्षदों में से आधे पार्षद भी उपस्थित नहीं हुए और जो उपस्थित थे वह लंच तक या तो आपस में बात करते दिखाई दिये या उंघते नजर आए। लंच के बाद मात्र ७-८ पार्षद रह गये वे भी एक-एक कर रवाना हो गये ओर आखिर में सिर्प* निर्माण समिति अध्यक्ष प्रेम ङ्क्षसह शत्त*ावत रह गये। विदेश से आये मेहमानों के सामने जनप्रतिनिधियों ने विरासत की अवेयरनेस में तो रूचि नहीं दिखाई लेकिन अपनी कार्यशैली से भी हमे शर्मिंदा किया।
उदघाटन सत्र में शहर विधायक और यूआईटी अध्यक्ष को भी आना था लेकिन वे भी नहंीं आए किसी को मीटिंग में जाना था तो कोई जयपुर था। शहर की विरासत का बचाने का खयाल किसी के मन में नही । ऐसा प्रतीत होता है कि पूरी कार्यशाला अगर देखा जाए तो नगर परिषद और यूआईटी के कुछ चुङ्क्षनदा तकनिकी कर्मचारियों के लिए ही आयोजित की गयी है। जन प्रतिनिधियों को इससे कोई सरोकार नहीं।