न्यूज़ पोस्ट. रेलवे रोजाना अपने 10 लाख यात्रियों को चूना लगा रहा है। रेलवे ट्रेनों के अंदर खानपान की वस्तुओं पर राउंड ऑफ फॉर्मूला लगा कर प्रति यात्री 5 रुपए तक अतिरिक्त वसूल रहा है। खानपान की वस्तुओं का मूल्य 5 रुपए के गुणक यानि 5, 10, 15 20 के हिसाब से वसूला जा रहा है। दैनिक भास्कर में छापी खबर के अनुसार रेलवे ने टिकट बुकिंग के बाद अब ट्रेन में सफर के दौरान खानपान की वस्तुओं पर जीएसटी लगाकर जो टैक्स पहले 8.66% था उसको बढ़ाकर 18% कर दिया और उसके बाद राउंडिंग ऑफ से दोहरी मार दे रही है। राउंडिंग ऑफ यह ऐसा खेल है, कि जिसमें अगर आपकी वस्तु 5 रु से 10 पैसे भी अधिक होती है तो ट्रेन में कैटरिंग कॉन्ट्रेक्टर आपसे सीधा 10 रुपए तक वसूलेगा। आरटीआई के जवाब में रेलवे ने राउंडिंग ऑफ फॉर्मूले के जरिए वस्तु के वास्तविक मूल्य से अधिक वसूलने की बात को स्वीकार किया है। आरटीआई एक्टिविस्ट सुजीत स्वामी ने रेलवे मंत्रालय से राउंडिंग ऑफ फॉर्मूले को लागू करने का कारण पूछा था। जवाब में रेलवे ने यह तर्क दिया कि यह बताना लोक सूचना की श्रेणी में नहीं आता है। राजस्थान के सुजीत स्वामी ने रेल मंत्रालय से यह जानकारी आरटीआई में मांगी थी। जिसके बाद मंत्रालय ने यह जानकारी दी थी। सुजीत ने बताया कि नोट बंदी के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने से राउंडिंग ऑफ और दुकानदारों द्वारा खुल्ले पैसों की जगह टॉफी इत्यादि देने पर विरोध करने की अपील की थी।
यह है सर्कुलर : सर्कुलरमें 1 जुलाई के बाद से रेलवे ने वास्तविक मूल्य पर 18% जीएसटी और राउंडिंग ऑफ के नाम पर 19.6 से 53.8 फीसदी की वृद्वि की है। जैसे यदि आप जयपुर से मुंबई दुरंतो में सफर कर रहे हैं। इस दौरान अगर आप ब्रेकफास्ट करते हैं। तो 34 रुपए के ब्रेकफास्ट के लिए आपको 32.3 फीसदी यानि 45 रुपए चुकाने होंगे, जबकि 18 फीसदी जीएसटी के साथ यह कीमत सिर्फ 40.12 रुपए होती है।