रेडियो किया ऑन करते ही ब्लास्ट हो गया – उड़ गए शरीर के चिथड़े

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उदयपुर. शनिवार रात करीब 11.30 बजे रेडियो ट्रांजिस्टर में ब्लास्ट होने से अधेड़ के शरीर के चिथड़े उड़ गए। मौके पर चारों तरफ खून बिखर गया। ब्लास्ट इतना तेज हुआ कि पास खड़ी गाड़ियों के कांच तक फूट गए। ब्लास्ट की आवाज डेढ़ किमी तक सुनाई दी। परिजनों ने बताया कि यह ट्रांजिस्टर एक साल पहले अनजान शख्स कपड़े के साथ ड्राईक्लीनर की दुकान पर छोड़ गया था।

घंटाघर सीआई राजेन्द्र कुमार जैन ने बताया कि गडिय़ादेवरा निवासी 48 साल के देवीलाल धोबी की पत्नी घर के नीचे ही ड्राइक्लीन की दुकान पर काम करती है।
– शनिवार को देवीलाल दुकान गया और साल भर से रखे ट्रांजिस्टर को ऑन किया तो जोरदार धमाका हुआ। आवाज सुन पत्नी दौड़कर वहां पहुंची तो देवीलाल का शरीर क्षत-विक्षत पड़ा था।
– सूचना मिलने के बाद पहुंची पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाया। क्षेत्रवासियों के अनुसार प्राथमिक सूचना के आधार पर रेडियो का ट्रांजिस्टर फटना बताया जा रहा है।
– धमाके की आवाज गड़िया देवरा से करीब डेढ़ किलो तक गई, साथ ही घर के समीप घड़ी कारों के शीशे तक फूट गए। पुलिस ब्लास्ट का कारण जानने और जांच-पड़ताल करने देर रात तक मौके के बाहर पुलिस तैनात रही।
– मामले में रविवार को भी पुलिस पूछताछ में जुटी हुई है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि बिजली सप्लाई होते ही रेडियो के अंदर लगा कॉपर बाइंडिंग ट्रांसफार्मर ब्लास्ट हुआ था।
– धमाका इतना जोरदार था कि ट्रांसफार्मर और रेडियो पर लगे बटन के टुकड़े अधेड़ के चेहरे और सिर में घुस गए थे। तथ्य जुटाने के लिए एफएसएल की टीम भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने लाश का पोस्टमार्टम कराया और परिजन को सुपुर्द किया।
– देवीलाल सेवाश्रम स्थित कारखाने मेंं 8 हजार पगार में काम करता था। घर में बेटी और पत्नी साथ रहते थे और बेटा और उसकी पत्नी अलग रहते हैं। पूरे घर का जिम्मा देवीलाल पर ही था।
एफएसएल : कोई विस्फोटक सामग्री या कैमिकल नहीं मिला
एफएसएल वरिष्ठ वैज्ञानिक अभय प्रताप सिंह ने बताया कि मौके पर विस्फोटक सामग्री या कैमिकल नहीं मिला है। कोई वायर शाॅर्ट सर्किट नहीं हुआ है। ट्रांजिस्टर में कॉपर बाइंडिंग ट्रांसफार्मर पूरी तरफ से फटा, जिससे ब्लास्ट हुआ। मौके से कपड़े, रेडियो के टुकड़े सहित अन्य सैंपल लिए हैं।
विशेषज्ञ- एमपीयूएटीके सीटीएई महाविद्यालय के इलेक्ट्रिकल विभाग के प्रोफेसर का कहना है कि ट्रांजिस्टर से इतना बड़ा ब्लास्ट नहीं हो सकता कि उसकी आवाज 1 किमी दूर तक जाए और शरीर के चीथड़े उड़ जाए। बिजली उपकरणों में शॉर्ट सर्किट से स्पार्क हो सकता है।
क्षेत्रवासी-पड़ोसी बता रहे हैं कि देवीलाल की किसी से दुश्मनी नहीं थी। बेटी का तलाक हुआ है इसको लेकर कुछ माह पहले दामाद ने धमकी दी थी लेकिन परिजनों का मानना है कि वह ऐसा नहीं कर सकता।
परिवार– देवीलाल की पत्नी मंजू और बेटी का कहना है सालभर पहले एक आदमी आया था, वह चार जाेड़ी कपड़े, गणेश की मूर्ति और रेडियो रख गया था, लेकिन वह सामान लेने वापस नहीं आया। परिजनों का सवाल है कि ट्रांजिस्टर इतनी आवाज से कैसे फट सकता है। साथ ही मृतक के चेहरे पर छोटे-छोटे गड्ढे हो रहे थे, जैसे नुकीले टुकड़े चेहरे में घुसे हों, वह कैसे हुए। एफएसएल की टीम साक्ष्य जुटाने पहुंची।
पुलिस :घंटाघर थानाधिकारी राजेन्द्र सिंह जैन ने बताया कि रेडियो में लगे कॉपर बाइंडिंग ट्रांसफार्मर फटने से ब्लास्ट हुआ था। घटना स्थल से कोई भी विस्फोटक सामग्री नहीं मिली है। पूरी जांच में यही सामने आया कि रेडियो जंग लगा हुआ था, स्विच बोर्ड में पिन लगाते ही ब्लास्ट हुआ है। परिजनों ने भी अभी तक किसी पर संदेह नहीं जताया है। साथ ही जो थैली में कपड़े मिले उनको भी बरामद किया जाएगा।

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