उदयपुर . खमनोर क्षेत्र के उनवास गांव में दूल्हे पवन पालीवाल के घर रविवार को शादी की खुशियां मातम में बदल गई। दूल्हे पवन की उदयपुर से विदाई भी नहीं हुई थी कि चाचा और परिवार के तीन लोगों की हादसे में मौत की सूचना आ गई। हालांकि परिवार की महिलाओं को शाम तक हादसे से बेखबर रखा गया, लेकिन रात नौ बजे दादा-पोते सहित परिवार के तीन लोगों के शव गठरियों में लाए तो रुदन मच गया। श्मशानघाट पर लाइटों की व्यवस्था कर तीनों का रात को एक ही चिता पर अंतिम संस्कार कर दिया।
रिटायर्ड फौजी हेमशंकर पालीवाल, उनका पोता धर्मेश और इंद्रलाल रविवार सुबह उदयपुर में पवन की शादी के फेरों के बाद होने वाली रस्मों में शामिल होने के लिए घर से मोटरसाइकिल पर निकले थे। तीनों ने घसियार के मंदिर में दर्शन किए। फिर सामने ही होटल पर चाय पीने के लिए रुक गए। उन्होंने होटल वाले को चाय पिलाने के लिए कहा ही था कि पिंडवाड़ा की तरफ से उदयपुर जाता अनियंत्रित ट्रेलर मोटरसाइकिल के साथ तीनों को कुचलते हुए आगे निकल गया।
रिश्तेदारों और समाजजनों को वारणी की भागल से एक किमी दूर गेट पर रोका गया। शव आने के बाद सभी एक साथ घर के लिए रवाना हुए। शव रात करीब नौ बजे घर लाए। महिलाओं काे कुछ देर पहले ही हादसे के बारे में बताया। इंद्रलाल खेती-बाड़ी करते थे। उनके लड़के सुरेश इंदौर से और नितिन मुंबई से गांव पहुंचे। हेमशंकर पालीवाल रिटायर्ड फौजी थे।
– सेवानिवृत्ति के बाद नाथद्वारा श्रीनाथजी मंदिर में 15 साल तक गार्ड की नौकरी भी की। वे श्रीनाथजी मंदिर में कर्मचारी के रूप में काम कर रहे थे। धर्मेश पालीवाल अंकुर पब्लिक स्कूल नाथद्वारा में 10वीं की पढाई कर रहा था। धर्मेश मिलनसार और धार्मिक प्रवृत्ति का था। धर्मेश हादसे के तीन घंटे पहले अपनी मां लक्ष्मी के साथ वारणी की भागल के पास रूपजी का गुड़ा स्थित भैरूजी के मंदिर में दूध का प्रसाद पहुंचाने गया था। हादसे से 24 श्रेणी पालीवाल समाज, पालीवाल ब्राह्मण समाज की श्रेणियों में शोक छा गया।
सड़क किनारे लोगा राम डांगी की होटल पर तीनों मृतकों के लिए चाय बना रहे 35 वर्षीय होटलकर्मी नानूराम पालीवाल ने भास्कर को हादसे का पूरा घटनाक्रम बताया। हादसे को देख वह तीन घंटे तक कांपता रहा। नानूराम ने उस वक्त चाय बना रहा था।
– सामने से आते अनियंत्रित ट्रेलर पर नजर पड़ी तो वह मृतकों की मोटरसाइकिल, टेबल-कुर्सियों को चपेट में लेते हुए होटल की तरफ आता दिखा। यह देख उसके होश उड़ गए। वह होटल के अंदर भाग गया। ट्रेलर होटल के टीनशेड को चपेट में लेते हुए उससे एक फीट दूरी से निकलकर यहां से करीब 75 फीट दूरी पर स्थित दूसरी होटल में जा घुसा। हादसे की घबराहट के कारण वह तीन घंटे तक कुछ बोल भी नहीं पाया।