उदयपुर। रोक फोस्फेट मजदूर संघ इंटक ने राजस्थान सरकार के उपक्रम आरएसएम्एम् की रोक फोस्फेट झामार कोटडा माइंस में केलसाईट खरीद में करोडो के घोटाला होने का आरोप लगाया है। मजदूर संघ ने इस घोटाले की जांच के लिए एसीबी सहित मुख्य मंत्री शासन सचिव लोकायुक्त में शिकायत की है।
मजदूर संघ इंटक के महामंत्री एस एम् अय्यर ने पत्रकार वार्ता में घोटाले की जानकारी देते हुए बताया कि झामर कोटडा माइंस में केलसाईट मिश्रण के रूप में प्रयोग में लिया जाता है। केलसाईट की खरीद पिछले कई सालों से खान मालिकों से की जारही है। अय्यर ने बताया कि हमने आरटीआई में जब २०१४-१५ के केलसाईट खरीद के टेंडर की जानकारी ली तो कई अनियमितताएं और घोटाला उजागर हुआ। अय्यर ने बताया कि झामर कोटडा माइंस के आला अधिकारिओं ने नियमों को ताक पर रख कर सुरभि प्रोसेस कंपनी से केलसाईट खरीद का कोंटेक्ट किया और एक करोड़ १५ लाख रूपए का भुगतान तक कर डाला। सुरभि प्रोसेस तकनिकी रूप से योग्य नहीं थी ना ही कोंटेक्ट की शर्तों में पूरी नहीं उतरती है, इसके बावजूद उससे केलसाईट खरीद का टेंडर उसके नाम खोला गया। अय्यर ने बताया कि सुरभि प्रोसेस ने टेंडर के लिए जो दस्तावे दीये उससे यह साबित होता है कि सुरभि प्रोसेस केलसाईट खनिज की आपूर्ति नहीं करता है। दस्वाजो के आधार पर देखा जाए तो सुरभि प्रोसेस मार्बल सप्लायर है। अय्यर ने बताया कि सुरभि प्रोसेस को फ़ायदा पहुचने के लिए आरएसएम्एम के आला अधिकारियों ने नियमों से परे जाकर सुरभि प्रोसेस को एक करोड़ १४ लाख का भुगतान कर दिया है। एस एम् अय्यर ने झामर कोटडा के प्रबंध निदेशक भानु प्रकाश एवं वित्तीय सलाहकार टी आर अग्रवाल पर आरोप लगाते हुए का कि नियमों की अनदेखी में मुख्य भूमिका इन्ही अधिकारियों कि रही है। अय्यर ने कहा कि झामर कोटडा के मजदूर संघ इंटक ने इस घोटाले और भ्रस्टाचार के लिए मुख्य मंत्री वसुंधरा राजे, वित्त सचिव प्रमुख शासन सचिव लोकायुक्त और उदयपुर के एसीबी कार्यालय में दस्तावेजों के साथ की है। उन्होंने दोषी अधिकारियों के खिलाफ कारवाई एवं पुरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
झामर कोटडा माइंस में करोड़ों का घोटाला ?
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