कुदरत ने इंसानों को रंगों का अनमोल तोहफा दिया है। प्रकृति का हर रंग अलग-अलग भावनाओं को व्यक्त करता है। अगर यह कहा जाए कि रंग बिना बोले भी आपकी सारी बातें कह देते हैं, तो अतिशयोक्ति नहीं होगी। होली रंगों और रिश्तों का त्योहार है। इस बार होली (धुरेंडी) 6 मार्च, गुरुवार को है। आप जब इस होली पर अपनों को रंगने जाएं, तो बस थोड़ा सा ध्यान रंगों के चयन पर भी रखें। एक रंग आपकी सारी बातें आपके अपनों तक पहुंचा देगा। जानिए किसे आप कौन सा रंग लगा सकते हैं-
पत्नी या प्रेमिका
पति-पत्नी व प्रेमी-प्रेमिका के लिए होली का त्योहार बहुत ही खास होता है। चूंकि इस त्योहार में प्यार के साथ-साथ थोड़ी शरारत भी छुपी होती है। इसलिए ये पर्व पति-पत्नी व प्रेमी-प्रेमिका को लुभाता रहा है। पत्नी या प्रेमिका के इस प्यार के रिश्ते को आप होली के दिन लाल और केसरिया रंग से रंगें। यह रंग आपके जीवन में प्रेम, उत्साह, खुशहाली और विश्वास लेकर आएगा।
अपने से छोटों को
छोटे बच्चे, छोटे भाई-बहन या और अपनी उम्र में छोटे रिश्तेदार को हरा रंग लगाइए। हरा सम्पन्नता का प्रतीक है और ये आपके आशीर्वाद और स्नेह के रूप में आपकी भावनाओं को अभिव्यक्त करेगा।
पति या प्रेमी को
पति या प्रेमी को आप लाल और हल्का नीला रंग लगा सकते हैं। लाल रंग प्रेम और आक्रामकता दोनों का प्रतीक है। यह रंग बताएगा कि आप के रिश्ते में पहले की तरह आज भी वैसा ही प्रेम और गर्माहट है। नीला रंग धैर्य और भरोसे का रंग है। इन दोनों भावों की रिश्तों में बहुत जरूरत है।
बड़ों को रंगना हो तो
दादा-दादी, माता-पिता, बड़े भाई-बहन या फिर अपनी उम्र से बड़े कोई और रिश्तेदार हो, तो आप उन्हें पीले रंग का गुलाल लगाइए। पीला रंग आस्था, त्याग और विश्वास का प्रतीक है। जब आप अपने बड़ों को इस रंग से रंगेंगे, तो इसका मतलब साफ होगा कि आप उन्हें सम्मान देते हैं। उनके प्रति आस्था और विश्वास भी रखते हैं। उनकी भावनाओं का सम्मान करते हैं और हमेशा उनका आशीर्वाद पाना चाहते हैं।
दोस्तों के लिए
दोस्तों के लिए हरा, सफेद और नीला रंग सबसे अच्छा है। हरा सम्पन्नता का, सफेद शांति का और गहरा नीला रंग सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है। अच्छे दोस्तों की खासियत है कि वो अपने दोस्तों के लिए हमेशा सम्पन्नता, शांति और सकारात्मक ऊर्जा ही चाहते हैं। ये भावनाएं आपकी दोस्ती को और ज्यादा खास बनाएगी।
हर रंग कुछ कहता है…
लाल रंग- लाल रंग हमें प्रेम, उत्साह, उमंग, साहस, शक्ति और लगन से कार्य करने की सीख देता है। यही गुण हमारी सफलता को सुनिश्चित करते हैं।
नारंगी रंग- यह रंग जोश, आनंद, आकर्षण, दोस्ती का प्रतीक है। जीवन में ये गुण सफलता की ओर ले जाते हैं।
पीला रंग- पीला रंग दूरदर्शिता, कुशाग्रता से कार्य करने और दूसरों को प्रेरित करने की सीख देता है।
हरा रंग- यह रंग प्रकृति का प्रतीक है। हमें प्रकृति की तरह सहनशील, उदार और निरंतर उद्यमी बनना चाहिए, तभी धन, भाग्य, सुख-समृद्धि, उपलब्धियां मिलती हैं।
नीला रंग- नीला रंग शांति, समर्पण, प्रेरणा, चिंतन-मनन का प्रतीक है। हमारे अंदर जब ये गुण आते हैं, तो व्यक्तित्व उभरता है।
बैंगनी रंग- ये रंग अध्यात्म और बुद्धिमानी का प्रतीक है। अध्यात्म हमें ज्ञान की ओर ले जाता है। ज्ञान से बुद्धि विकसित होती है, तब हम अच्छे-बुरे का अंतर समझ सकते हैं।
सफेद रंग- यह शांति, दयालुता, विश्वास, शुद्धता का प्रतीक है। यही गुण हमें समाज में प्रतिष्ठा दिलाते हैं।
गुलाबी रंग- यह प्रेम, दोस्ती, स्नेह, शांति, परिपूर्णता का रंग है। प्रेम, स्नेह, दोस्ती से जीवन में उत्साह-उमंग का संचार होता है।
फिरोजी रंग- सतर्कता, रचनात्मकता का प्रतीक है। सतर्कता मतलब अपने काम का विवेकपूर्वक निरीक्षण। जो भी काम करें वह सतर्कता से करें, उसमें रचनात्मकता हो।
काला रंग- यह रंग नकारात्मक विचारों को खत्म करता है। ये सिखाता है कि हमें अपने विचारों को सकारात्मक बनाना चाहिए।