Udaipur. राजस्थान के दौसा में बुधवार को पुलिस और जनता की मरती संवेदनाओं ने एक घायल व्यक्ति को मार ही डाला। एंबुलेंस, पुलिस और जनता… किसी ने भी उसे अस्पताल नहीं पहुंचाया।
हादसे के थोड़ी देर बाद तक वह तड़पता रहा और उसके बाद उसकी मौत हो गई। उकसा शव एक घंटे से अधिक समय तक बीच सड़क पर पड़ा रहा। लेकिन किसी ने भी शव को हटाने की जहमत नहीं उठाई। जनता तो जनता … पास ही स्थित बांदीकुई थाने की पुलिस को भी पहुंचने में लंबा समय लग गया।
एसपी को किया फोन
बांदीकुई थाने के पास एक अज्ञात वाहन ने बाइक को टक्कर मार दी। बाइक सवार विनित गंभीर रूप से घायल हो गया। वह और उसका साथी सड़क पर आ गिरे। विनित का सिर सड़क से टकराया और खून का फव्वारा सड़क पर खुल गया।
लोग वहां से गुजरते रहे… बड़ी संख्या में लोग वहां रूके भी, लेकिन घायलों की मदद नहीं मिली। हादसा बुधवार करीब तीन बजकर पांच मिनट पर हुआ।
करीब पौने चार बजे दौसा एसपी को जानकारी मिली, तब जाकर एक पुलिस जीप आई और विनित के साथी को एसएमएस अस्पताल पहुंचाया गया।
उसके बाद भी करीब सवा चार बजे तक विनित का शव सड़क पर खून से सना पड़ा रहा। बाद में सवा चार बजे बांदीकुई पुलिस की जीप वहां आई और शव को मुर्दाघर में रखवाया।