उदयपुर | भाजपा आलाकमान की और से नगर निकाय के चुनाव के लिए रननीति तय की गयी की किसी भी कार्य कर्ता को वार्ड बदल कर चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दी जायेगी अब ऐसे में उदयपुर नगर निगम के चुनाव में कई दिग्गजों के महापौर बनाने के मंसूबों पर पानी फिरता नज़र आरहा है | और राजस्थान में भाजपा नगर निकायों के चुनाव अब मेवाड़ के कद्दावर नेता ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गुलाबचंद कटारिया के नेतृत्व में लड़ेगी। और इसकी चर्चा आज सुबह से शहर के भाजपा हलके में गर्म है |
कल २६ जिलों के प्रभारी जिलाध्यक्ष और प्रदेश पदाधिकारियों की प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया कि राजस्थान में होने वाले निकायों के चुनाव अब ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गुलाबचंद कटारिया के नेतृत्व में लड़ेगी। और एक और मुख्य बात तय की गयी की किसी भी कार्यकर्ता को वार्ड बदल कर चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दी जायेगी | किन्ही विशेष परिस्थितियों में अगर वार्ड बदलना पड़े तो यह निर्णय प्रदेश स्तरीय समिति ही तय करेगी | ऐसे में शहर में मुख्य रूप से पारस सिंघवी और प्रमोद सामर द्वारा महापौर की दावेदारी जताई जा रही थी | कल के निर्णय के बाद उनके मंसूबों पर पानी फिरता नज़र आ रहा है | पारस सिंघवी अभी हाल में वार्ड ५० के पार्षद है | जहाँ इनका पैतृक निवास है, पिछले तीन साल से वे सर्व ऋतुविलास वार्ड ४१ ने रह रहे है और इस बार इन्होने महापौर के लिए इसी वार्ड से दावेदारी राखी है | क्यों कि वार्ड ५० आरक्षित होचुका है जब कि वार्ड ४१ जनरल श्रेणी में आया है | वार्ड ४१ से ही अनिल सिंघल की दावेदारी और अधिक मजबूत हो जाती है क्यों कि वार्ड ४१ से वह पहले भी चुनाव लड़ कर भारी मतों से जीत हासिल कर चुके है | और वार्ड ४१ से उन्होंने महापौर के लिए अपनी दावेदारी भी रखी है |
यही हाल एक और मुख्य महापौर के दावेदार प्रमोद सामर के भी है | प्रमोद सामर को भी महापौर के लिए प्रमुख दावेदार माना जा रहा था लेकिन आला कमान के निर्णय के बाद वे वार्ड नहीं बदल सकते और उनका वार्ड ३९ है, जो कि ओबीसी के लिए आरक्षित है | इधर पिछले दो बार से चुप बैठे मांगी लाल जोशी भी अपने वार्ड 36 से जोर शोर से अपनी दावेदारी रख रहे है इस बार उनका वार्ड जनरल है और उनके अनुसार उस वार्ड से और महापौर की दावेरी मजबूत होती है | महापौर के दावेदार चन्र्द सिंह कोठारी वार्ड चार से अपनी दावेदारी रखेगें | लोकेश द्विवेदी और कुन्तीलाल जैन भी महापौर की दौड़ में शामिल है जो कि वार्ड ४२ से अपनी दावेदारी रखेंगे |
भाईसाहब तय करेगें : अब उदयपुर ही नहीं राजस्थान के निकाय चुनाव में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गुलाबचंद कटारिया के नेतृत्व में लड़े जायेगे | यह तो पहले से तय था कि उदयपुर नगर निगम में भेजा की और से महापौर के लिए उम्मीदवार कोण होगा यह भाईसाहब ही तय करेंगे और इसीलिए पिछले कुछ दिनों से महापौर के दावेदार भाईसाहब की नज़रों में आने के लिए कई जातां कर रहे है | शहर में अभी यह सस्पेंस पूरी तरह कायम है कि इस बार भाईसाहब की मेहर किस पर होगी | अभी सिर्फ कयास ही लगाये जा सकते है | लेकिन अपनी विशेष रणनीति के लिए मशहूर भाईसाहब अपने पत्ते आखिर में ही खोलेंगे कि कौन बनेका महापौर |
मेरा वार्ड जनरल है और महापौर के लिए मेरे वार्ड से मेरी दावेदारी मजबूत है, मेरे वार्ड से और कोई दावेदार भी नहीं होगा | आखरी निर्णय पार्टी को करना है महापौर का उम्मेदवार बनाये चाहे ना बनाये काम पार्टी का हमेशा से करते आये है और आगे भी करेंगे | मांगीलाल जोशी | वरिष्ठ भाजपा नेता
संगठन कहेगा पार्टी कहेगी तो अपनी दावेदारी रखेंगे अन्यथा पार्टी के कार्यकर्ता है और हमेशा संगठन के लिए कार्य करते आये है | पार्टी के हाल में निर्देश है कि वार्ड से बाहर के कारकर्ता को टिकिट नहीं दिया जाएगा लेकिन विषम परिस्थितियों में एक प्रतिशत नियम बदले भी जा सकते है | लोकेश द्विवेदी | शहर जिला महामंत्री, भाजपा |
संगठन का निर्णय हुआ तो महापौर बनेगें अन्यथा पार्षद ही बन कर बैठेंगे | और किसी भी भाजपा पदाधिकारी को अगर दावेदारी रखनी है तो पहले पार्टी के पद से इस्तीफा दे उसके बाद चुनाव लड़े अगर में चुनाव लडुंगा तो में भी पहले अपने पद से इस्तीफा दूंगा | कुंतीलाल जैन शहर जिला उपाध्यक्ष भाजपा
संगठन का निर्णय सर्वोपरि है जैसा संगठन चाहेगा वो होगा अगर संगठन के निर्देश हुए तो चुनाव लड़ेंगे वरना हमेशा से पार्टी का काम करते आये है और आगे भी करते रहेंगे – अनिल सिंघल , सरदार पटेल मंडल अध्यक्ष भाजपा