उदयपुर। दुष्कर्म के एक मामले की फाइल लेकर हाईकोर्ट गए भीण्डर थाने के कांस्टेबल सुनील कुमार विश्नोई की जोधपुर में हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान दो दिन बाद हो पाई। सूचना मिलते ही थाने के एएसआई सहित पांच कांस्टेबल जोधपुर पहुंचे। घटना के बाद से फाइल, आवश्यक दस्तावेज व कांस्टेबल के जेवर गायब मिले हैं। जोधपुर की उदयमंदिर थाना पुलिस ने किसी जानकार पर संदेह जताते हुए हत्या का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि खेतलई (जैसलमेर) निवासी कांस्टेबल सुनील कुमार (26) पुत्र मूलाराम विश्नोई गत 24 जून को दुष्कर्म के मामले की फाइल व जवानों के वार्षिक मूल्याकंन प्रपत्र (एपीए) लेकर जोधपुर रवाना हुआ था। अगले दिन उसने फाइल हाईकोर्ट मे जमा करवा दी तथा प्रपत्र भी पीटीएस जोधपुर में एएसपी जसवंतसिंह बालोत को दे दिए।
मोबाइल बंद होने पर हुआ संदेह
हाईकोर्ट में पेशी होने के बाद कांस्टेबल सुनील ने फाइल, एपीए प्रपत्र तथा आवश्यक दस्तावेज जुटाकर उदयपुर रवाना होने के लिए बस स्टैण्ड गया था। 28 जून के बाद से उसका मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। कोई सूचना नहीं मिलने पर एसपी अजयपाल लाम्बा ने भीण्डर थाने के कांस्टेबल राजूराम व हिंगलाज को वहां भेजा। पुलिस ने जांच की तो उन्हें 30 जून को कलक्ट्रेट के पास झाडियों में एक युवक का शव मिलने की जानकारी मिली। सूचना पर भीण्डर थाने से एएसआई लालशंकर, रामप्रताप, शीशराम, रतन व मोहनसिंह जोधपुर पहुंचे तथा उन्होंने सुनील के भाई रमेश को गांव से बुलवाया। रमेश व पुलिस जवानों ने अस्पताल में शव देखते ही पहचान कर दी। एएसआई लालशंकर ने बताया कि मृतक का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया जिसमें सिर में चोट होने की पुष्टि हुई है।
फाइल में उलझा राज
पुलिस ने बताया कि भीण्डर के डोरकुआं की एक पीडिता ने गांव के हरिसिंह पर दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया था। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद उसने हाईकोर्ट में जमानत याचिका लगाई थी। इस मामले में हाईकोर्ट ने फाइल तलब की थी जो सुनील की मौत के साथ ही गायब हो गई। पुलिस से जुडेे लोगों के बारे में पता लगाने में जुटी है।
भीण्डर के कांस्टेबल की जोधपुर में हत्या
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