विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया
उदयपुर, जगन्नाथ रथयात्रा समिति के तत्वावधान में २९ जून को आयोजित होने वाली जगन्नाथ रथयात्रा को और अधिक भव्य एवं विशाल रूप देने के लिये विभिन्न समाज एवं संगठनों एवं प्रतिनिधियों की बुधवार को आसिन्द की हवेली पर बैठक आयोजित हुई।
बैठक में उपस्थित सभी समाजों, संगठनों एवं प्रतिनिधियों ने समिति द्वारा रथ यात्रा हेतु बनाये गये निर्देशों और रथयात्रा को एक एतिहासिक स्वरूप प्रदान कराने का संकल्प लिया।
बैठक में मुख्य अतिथि पद महापौर रजनी डांगी ने प्रशासन द्वारा यात्रा को सफल बनाने के लिये व्यापक स्तर पर प्रयास किये जा रहे है यह आष्वासन दिया। बैठक की अध्यक्षता प्रेमसिंह शत्त*ावत ने की।
महाआरती होगी:जगन्नाथ रथ यात्रा समिति व आलोक संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में आर.एम.वी. से लेकर कालाजी गोराजी तक महाआरती के लिये संस्थान के १२०० से अधिक स्वयंसेवक अध्यापक लगाये जायेगे। महाआरती की सुरक्षा व्यवस्था हेतु व्यापक प्रबन्ध किये गये है। उन्होने कहा कि आरएमवी से लेकर कालाजी गोराजी तक कोई भी स्वागत द्वार न लगाने का सुझाव दिया ताकि श्रद्घालुओं को आरती के दर्शन हो सके।
रजिस्ट्रेशन अनिवार्य: समिति के दिनश मकवाना ने बताया कि रथयात्रा में शामिल होने वाली सभी समाज संगठनों की झांकियों का रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है बिना रजिस्ट्रेशन की झांकियों को सम्मिलित नहीं किया जा सकेगा। सम्मिलित होने वाली झांकियों को मध्यांह २ बजे तक रंग निवास तक पहुंचना अनिवार्य होगा। झांकिया रंग निवास वाले रास्ते से ही आयेगी।
अबीर-गुलाल वर्जित: समिति द्वारा बैठक में आव्हान किया कि रथयात्रा का स्वागत पुष्पवर्षा से ही करें, अबीर, गुलाल वर्जित रहेगा, समाज बन्धुओं को पारम्परिक रूप से वेशभुषा पहन कर यात्रा में शामिल होने के लिये सुझाव दिया गया। रथयात्रा का मार्ग में सैक$डों जगह भव्य स्वागत किया जायेगा स्वागत के दौरान वितरित किये जाने वाले खाद्य एवं पेय के डिस्पोजल सामग्री के निस्तारण हेतु उचित कचरा पात्रों की व्यवस्था करें। रथयात्रा के पश्चात जगदीश मंदिर में भजन संध्या होगी एवं रथयात्रा के ३० जून को महाप्रसादी का आयोजन होगा।
जगन्नाथ रथ यात्रा को लेकर तैयारी बैठक
Date: