-छह की मौत, चार घायल, मृतकों में तीन संगी बहनें शामिल
-सिंदियाड़ा रेलवे समपार पर हुआ हादसा
उदयपुर। कपासन के पास सिंदियाड़ा रेलवे फाटक (मानव रहित समपार) पर आज सुबह आठ बजे एक मिनी ट्रक ब्रांदा-उदयपुर ट्रेन की चपेट में आ गई। इस हादसे में मिनी ट्रक में सवार छह जनों की मौत हो गई है, जबकि चार गंभीर घायलों को यहां एमबी अस्पताल भर्ती किया गया है। मृतक और घायल सभी आपस में रिश्तेदार है। ट्रेन और मिनी ट्रक में इतनी जोरदार भिड़ंत हुई थी कि मिनी ट्रक के परखच्चें उड़ गए और चेचिस उछलकर वापस ट्रेक पर ही गिरी, जो ट्रेन के इंजन के नीचे फंस गई। सूचना पर चित्तौडग़ढ़ कलेक्टर और एसपी अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे और शव और घायलों को निकलवाकर अस्पताल पहुंचाया। चित्तौडग़ढ़ के कलेक्टर ने मृतकों के आश्रितों को ५०-५० हजार रुपए मुख्यमंत्री सहायता कोष से देने की घोषणा की है।
सूत्रों के अनुसार एक मिनी ट्रक (९०७) कपासन से भूंसा लेकर नाथीखेड़ा जा रही थी। मिनी ट्रक के केबिन में पांच लोग सवार थे, जबकि पांच लोग भूंसे की बोरियों पर बैठे थे। मिनी ट्रक सिंदियाड़ा रेलवे फाटक क्रोस करने लगी, तभी बांद्रा से उदयपुर की तरफ आ रही ट्रेन ने मिनी ट्रक को चपेट में ले लिया। हादसा सुबह आठ बजे हुआ। इस हादसे में ट्रेन में सवार तरजला निवासी रूपा (२०) पुत्र मोहन बंजारा, बाबू (२५) पुत्र जीवा और नाथीखेड़ा निवासी सोसर (२२) पुत्री राजू, उसकी बहन चंदू (२३) और राधा (१८) की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से घायल जगदीश (१५) पुत्र शंकर की यहां एमबी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। एमबी अस्पताल में वकील (२२) पुत्र जीवा बंजारा, नगीना (२०) पुत्री जीवा, महेंद्र (१८) पुत्र राजू और मांगिया पुत्र बालू को भर्ती किया गया है। डॉक्टरों ने इन घायलों की हालत भी चिंताजनक बताई है।
मिनी ट्रक के परखच्चे उड़े
ट्रेन इतनी स्पीड में थी कि भिड़ंत के बाद मिनी ट्रक के परखच्चे उड़ गए और चेचिस करीब सौ मीटर आगे जाकर ट्रेक पर ही गिरी, जो ट्रेन के इंजन के नीचे आ गई। सूचना मिलने पर चित्तौडग़ढ़ कलेक्टर वेदप्रकाश, एसपी प्रसन्न खमेसरा, कपासन डिप्टी रामस्वरूप मीणा, कपासन सीआई करणसिंह जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे। इस दौरान भारी संख्या में ग्रामीण वहां जमा हो गए। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से रस्सें बांधकर चेचिस को ट्रेन के नीचे से निकाला।
५० मीटर तक बिखरे लाशों के टुकड़े
इस हादसे में ट्रेन से कटने वाली लाशों के टुकड़ें पचास मीटर दूरी तक बिखर गए, जिन्हें पुलिस ने समेट कर एम्बुलेंस से नजदीकी अस्पताल ले गए, जहां पर नाथीखेड़ा, तरजला और आसपास के गांवों के सैंकड़ों लोग जमा हो गए, जहां डॉक्टरों की टीम उनके पोस्टमार्टम में लग गई। दोपहर बाद पोस्टमार्टम करके शव परिजनों को सौंप दिए गए।
सिंदियाड़ा रेलवे फाटक मानव रहित समपार है। भारत सरकार के नियमों के अनुसार वहां पर बोर्ड लगा हुआ है। जिस पर स्पष्ट लिखा है कि ठहरिये, देखिए, फिर चलिए। ड्राइवर ने देखा नहीं और समपार करने की कोशिश की। इस कारण यह हादसा हुआ। रेलवे फाटक के पास झाडिय़ों को भी रेलवे द्वारा कटवाया जाता है।
-हरफूलसिंह चौधरी, क्षेत्रीय रेलवे अधिकारी
सिंदियाड़ा रेलवे फाटक मानव रहित समपार है। ड्राइवर ने ध्यान नहीं दिया और रेलवे फाटक क्रोस की। इस कारण यह हादसा हुआ। मौके पर पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि एक गंभीर घायल की उदयपुर के एमबी अस्पताल में मौत हुई है। सूचना मिलते ही पुलिस का जाब्ता घटनास्थल पर पहुंचा, जहां ट्रेन के नीचे फंसी चेचिस को बाहर निकाला गया। लाशों और घयलों को अस्पताल पहुंचाया गया।
-प्रसन्न कुमार खमेसरा, एसपी चित्तौडग़ढ़