उदयपुर. नगर निगम के ठेकेदार के मार्फत शहर में चलने वाली सिटी बसें सोमवार को आधे दिन बंद रहीं। ठेकेदार ने यह कहते हुए बसें टाउनहॉल में खड़ी कर दी कि टेम्पो वाले उसके ड्राइवर, कंडक्टर को परेशान करते हैं। बाद में कलेक्टर के आश्वासन पर दोपहर बाद बसें फिर से शुरू हो सकीं।
ठेकेदार ने मेयर रजनी डांगी व गैराज समिति अध्यक्ष धनपाल स्वामी को अपनी समस्या बताई। निगम की ओर से बस स्टॉप के बोर्ड नहीं लगाने से भी सवारी लेने बसे रोकने में परेशानी बताई। बसें टाउनहॉल में खड़ी होने के बाद निगम हरकत में आया।
ठेकेदार कंपनी रावल एंड संस के प्रतिनिधि, गैराज समिति के अध्यक्ष व विधि समिति अध्यक्ष कृष्णकांत कुमावत ने कलेक्टर आशुतोष पेडणेकर से भेंट की। कलेक्टर के आश्वासन के बाद ठेकेदार ने दोपहर बाद बसों का संचालन फिर से शुरू कर दिया। बसें बंद होने की अवधि में आमजन को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। गौरतलब है कि शहर में वर्तमान में रामपुरा, डबोक मार्ग पर छह सिटी बसों का संचालन हो रहा है।
ठेकेदार की समस्या वाजिब है
॥ठेकेदार की समस्या वाजिब है। टेम्पो वाले परेशान करेंगे तो बसे कैसे चलेंगी। हमने कलेक्टर को समस्या बता दी है। इस मामले में शहर विधायक गुलाबचंद कटारिया से भी बात करेंगे। हम चाहते हैं कि जनहित में बसें नियमित चलती रहे।
धनपाल स्वामी, गैराज समिति अध्यक्ष, नगर निगम।
रोज की परेशानी
॥टेम्पो वाले हमारे ड्राइवर, कंडक्टर को परेशान करते हैं। यह रोज की परेशानी हो गई है। कल ही सूरजपोल पर कुछ टेम्पो वालों ने पहले तो बस को चारों तरफ से घेर लिया। बाद में वे लोग बस में चढ़ गए और ड्राइवर व कंडक्टर के साथ दुव्र्यवहार किया। इस कारण सोमवार को हमें बसे रोकनी पड़ीं।
योगेश रावल, निगम ठेकेदार।