उदयपुर/कोटड़ा. अकेली प्रसूता। कोई परिजन साथ नहीं। अपने घर से 5 किलोमीटर दूर। सड़क पर प्रसव-पीड़ा हुई। सड़क पर ही प्रसूता दो घंटे तक कराहती रही। आसपास के लोगों ने 104 और 108 दोनों एंबुलेंस को फोन किया, लेकिन कोई भी सेवा नहीं आ पाई। यह तब है जब कोटड़ा हॉस्पिटल से सिर्फ 500 मीटर की दूरी पर ही यह घटना हुई। हालांकि, आसपास की अपरिचित महिलाओं ने ही जैसे-तैसे कर प्रसव कराया। शुक्र है! जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।
क्षेत्र के गांधीशरणा निवासी धापू पत्नी मीठा गमार 20 किलोमीटर दूर अपने पीहर झोलीबोर (महाड़ी) गांव जा रही थी। कोटड़ा से उसे गाड़ी पकडऩी थी। पैदल चल कर सुबह करीब दस बजे कोटड़ा में पहुंची ही थी कि उसे प्रसव पीड़ा हुई। वह सड़क पर ही गिर गई। उसे कराहता देख लोग इकट्ठे हो गए। महिलाएं सहायता को आगे आईं।
एक ग्रामीण अशोक कुमार, पूर्व कोटड़ा सरपंच राकेश कुमार ने 10:45 पर 108 एंबुलेंस और 10:47 पर प्रसुताओं के लिए चलाई गई 104 एंबुलेंस पर कॉल किया। ग्रामीणों ने एंबुलेंस वालों को लोकेशन भी बताई। इसके बावजूद ये सरकारी सेवाएं करीब बारह बजे तक प्रसूता को उपलब्ध नहीं को सकी। दोपहर करीब बारह बजे परिजन आए और प्रसूता को प्राइवेट जीप से अपने घर ले गए। इस दौरान प्रसूता व नवजात तपती गर्मी में सड़क पर ही रहे।
स्वास्थ्य कर्मी अब लेंगे प्रसूता की सुध
जिन महिलाओं ने ये प्रसव करवाया वे न तो प्रसव कराने में किसी प्रकार की योग्यता रखती हैं और न ही उनके पास कोई साधन सुविधा थी। प्रसव के होने के बाद महिलाओं ने ब्लेड से नाडी काटी। इधर, इस मामले में अस्पताल प्रशासन का कहना है कि प्रसूता के मामले की जांच की जाएगी और स्वास्थ्य जांच करवाई जाएगी। एंबुलेंस क्यों नहीं पहुंची, इस मामले की भी जांच की जाएगी।
सहयोग करने वालों में गुजरात की महिला भी
प्रसूता को जब पीड़ा हुई तो उस वक्त उसके अपने कोई नहीं थे। लेकिन प्रसूता की पीड़ा देख आसपास की महिलाओं ने अपनों जैसी सेवा की। पास ही खड़ी गुजरात की लांबडिय़ा निवासी मेरू बाई पत्नी धर्मा, सूबरी निवासी गुजरी पत्नी वजा, ढेड़मारिया निवासी लीला पत्नी चंदू व एक अन्य महिला ने प्रसूता की मदद की।
मामले की जांच करवाएंगे
इतना करीब था मामला तो परिजन हॉस्पिटल ले आते। मुझे भी मामले की जानकारी मिली है। सीएचसी पर किसी ने सूचना नहीं दी। एंबुलेंस को फोन किया गया इसकी जानकारी तो नहीं मिली है। प्रसूता और इस पूरे मामले की जांच करवाएंगे। शंकरलाल चव्हाण, ब्लॉक मुख्य चिकित्साधिकारी, कोटड़ा