उदयपुर. अजमेर में महिला और उसके दो बेटों की हत्या के मामले में जेल से फरार आरोपी को स्पेशल टीम ने सेक्टर 3 के भोपा मगरी क्षेत्र से गिरफ्तार किया। वह यहां एक महीने से किराए का कमरा लेकर रह रहा था। एसपी अजय लांबा ने बताया कि अजमेर में मां और उसके दो बेटों की नृशंस हत्या के आरोप में जेल से पैरोल पर छूटने के बाद से फरार क्रिश्चियनगंज (अजमेर) निवासी डायमंड डिसिल्वा पुत्र विल्सन साइमन को गिरफ्तार किया है। वह भोपा मगरी में किराए के कमरे में दो दोस्तों के साथ रह रहा था। पुलिस ने अजमेर निवासी गगनदीप और मनोज चौहान को भी उसके साथ गिरफ्तार किया है। बताया गया कि अक्टूबर 2013 में पिता की मौत पर उसे सात दिन के पैरोल पर छोड़ा था। तब से वह फरार था। अजमेर पुलिस ने पहुंचकर तीनों को गिरफ्तार कर लिया, जिन्हें अपने साथ ले गई।
युवती की आवाजाही पर हुआ शक
स्पेशल टीम इंचार्ज जितेन्द्र आंचलिया ने बताया कि डायमंड डिसिल्वा जहां किराए रह रहा था, वह जेल में मिले अन्य बंदी की मदद से मिला था। कमरे पर लड़की के आने-जाने व अन्य गतिविधियों के संदिग्ध होने पर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी थी। घर में डिसिल्वा के साथ अजमेर निवासी दो दोस्तों गगनदीप सिंह और मनोज चौहान मिले। उन्होंने पूछताछ में पैरोल से फरार होने की सूचना दी।
25 लाख के लिए की थीं हत्याएं
डिसिल्वा के दोस्त बंटी के पिता की मौत के बाद उन्हें बीमा के 25 लाख रुपए मिले थे। इन रुपयों पर डिसिल्वा लेना चाहता था। डिसिल्वा ने अन्य चार साथियों के साथ मिलकर बंटी उसके भाई बब्बू और मां नीरू की हत्या की योजना बनाई। बंटी को पार्टी के नाम से रिश्तेदार के खाली पड़े मकान में बुलाया। पीछे से योजनाबद्ध तरीके से दोस्तों ने बंटी के घर जाकर उसकी मां और भाई की हत्या कर दी। वापस आकर बंटी का भी गला घोंटकर हत्या कर दी थी। इसके बाद बंटी की लाश बोरे में बांधकर कुएं में फेंक दिया था। पुलिस ने इस मामले के सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।