उदयपुर। भारतीय नव वर्ष में विवाह मुहूर्त आज (15 अप्रैल) से शुरू हो गए हैं, जो सात जुलाई तक चलेगा। इसके बाद अक्टूबर तक चातुर्मास काल में मुहूर्त नहीं रहेंगे। पंडितों के मुताबिक तीन नवंबर को देवउठनी ग्यारस पर भी शुक्र ग्रह के अस्त रहने के कारण विवाह नहीं होंगे। मुहूर्त &0 नवंबर से शुरू होकर 15 दिसंबर तक रहेंगे।
इस वर्ष दिसंबर तक 64 दिन विवाह मुहूर्त है। जिस पर विवाह की शहनाई गुंजेगी। इसमें अप्रैल से जुलाई तक 54 दिन और नवंबर व दिसंबर में केवल दस दिन ही शादी का मुहूर्त है। सर्वाधिक मुहूर्त मई में 19 दिन रहेंगे। विवाह मुहूर्त आज से शुरु हो गए हैं। शादियां शुरू होने का लोग को लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। जिन घरों में विवाह होना है, उनकी तैयारियों में तेजी आ गई है। सात जुलाई तक विवाहों की संख्या भी अधिक रहेगी, जबकि नवंबर व दिसंबर में विवाह कम संख्या में होंगे। इसके बाद अगले साल 14 जनवरी को मकर संक्रांति के बाद विवाह मुहूर्त शुरू होंगे, जो मार्च में होलाष्टक प्रारंभ होने तक रहेंगे। सर्वाधिक विवाह दो मई को अक्षय तृतीया पर होंगे। इसके बाद आठ जून को गंगा दशहरा और छह जुलाई को भड़ली नवमी पर बड़ी संख्या में विवाह होंगे।
इस साल के मुहूर्त
अप्रैल में 15 से 22, 26, 27, मई में एक से तीन, सात से 11, 1&, 15, 17 से 19, 2& से 25, 28 से &0, जून में चार से 15, 19 से 21, 24 से &0, जुलाई एक से सात, नवंबर &0, दिसंबर में एक, दो, पांच से सात, 12 से 15 दिसंबर तक शादी के मुहूर्त हैं।
चार माह रहेंगे 54 मुहूर्त
15 अप्रैल से सात जुलाई तक 54 दिन।
&0 नवंबर से 15 दिसंबर तक 10 दिन।
365 में से 64 दिन तक गूंजेंगी शहनाई
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