उदयपुर। चुनाव के मद्देनजऱ निर्वाचन आयोग ने शराब की बिक्री पर पहरा बैठा दिया है। राज्य में मतदान के दिन शराब बिक्री पर अंकुश लगाने के लिए आबकारी विभाग के अलावा पुलिस दस्ते भी लगाए जाएंगे। साथ ही शराब बिक्री पर नजऱ रखने के लिए आबकारी विभाग की फ्लाइंग टीम दुकानों के रजिस्टर भी चेक करेगी। चुनावी दिनों में शराब की बिक्री अक्सर बढ़ जाती है। ऐसे में केंद्रीय निर्वाचन आयोग के निर्देश पर आबकारी विभाग शराब बिक्री पर नजऱ रखेगा। आबकारी अधिकारियों के अनुसार कच्ची बस्ती की शराब की दुकानों पर विशेष नजऱ रखी जाएगी। संदेह है कि चुनाव के दिनों में इन्हीं दुकानों पर शराब की बिक्री बढ़ जाती है। शराब की जिस दुकान पर जनवरी की अपेक्षा 30 प्रतिशत से अधिक बिक्री होगी, वहां के रजिस्टर भी चेक किए जाएंगे। आबकारी सूत्रों के अनुसार चुनाव के दौरान शराब तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए कुछ नई चेक पोस्ट भी बनाई जाएगी।
पर्ची लो बोतल ले जाओ : चुनाव के दौरान शराब के ठेकों पर उम्मीदवार के करीबियों की पर्चियों पर भी शराब मिलती है। बम्पर पर्ची दिखाते ही शराब की बोतल मिल जाती हैं, लेकिन इस बार आबकारी विभाग की नजऱ में पर्चियां भी रहेगी। जानकारी के अनुसार पहले छापामार कारवाई में दुकानों से पर्चीयां भी बरामद हुई थी, लेकिन कानून के हाथ किसी राजनेता तक नहीं पहुंच पाए।
पांच के नोट का मतलब एक बोतल : आबकारी विभाग और पुलिस की नजऱ में पर्चियों का खेल उजागर होने के बाद पुलिस या आबकारी को पर्चियां पकड़ में नहीं आए इसलिए पांच या दस रुपए के सीरियल नंबर के जरिये मतदाताओं तक शराब पहुंचाने का तरीका निकाला गया है। नोट की गड्डी के सीरियल नंबर शराब विक्रेता को दे दिए जाते हैं। फिर वह नोट कार्यकर्ताओं में बांट दिए जाते हंै, जो शराब विक्रेता को देने पर पांच के नोट पर एक और दस के नोट पर दो शराब की बोतल बांटी जाती है। चुनाव में ऐसे पहुंचाई जाती है शराब
सीधे फैक्ट्री से: चुनाव नज़दीक आते ही उम्मीदवार के करीबी अवैध तरीके से शराब खरीदने की जुगाड़ में लग जाते हैं। सूत्रों के मुताबिक आबकारी और पुलिस की सख्ती को देखते हुए अब तरीका बदल गया है। अब चुनाव के दौरान हरियाणा या दूसरी जगहों की फैक्ट्रियों से सीधे शराब खरीद ली जाती है। टैक्स की चोरी के चलते फैक्ट्री मालिक भी शराब दे देते हंै।॥मतदान के दिन शराब बिक्री पर पूर्णत: रोक रहेगी। इसके लिए आबकारी विभाग को भी सूचित कर दिया गया है। शराब की अवैध बिक्री या तस्करी पर भी रोक लगाई जाएगी।
-आशुतोष पेढऩेकर,
जिला निर्वाचन अधिकारी
निर्वाचन आयोग का शराब बिक्री पर रहेगा पहरा
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