उदयपुर। वन विभाग के पास टे्रंक्वलाइजर्स का स्टॉक खत्म हो गया है। ऎसी स्थिति में अगर पैंथर या कोई बड़ा जानवर आबादी वाले इलाके में आ जाए तो विभाग कुछ नहीं कर पाएगा। नीमच और रानी रोड के आस-पास आए दिन पैंथर देखे जाने की सूचना आती रहती है।
यही नहीं, गत दिनों नाथद्वारा में पैंथर ने एक युवक को घायल कर दिया था। ऎसी स्थिति उदयपुर में आने पर विभाग की दिक्कतें दुगुनी हो जाएंगी। बडे जानवरों को काबू करने के लिए वन विभाग इंदौर से टे्रंक्वलाइजर मंगवाता है, लेकिन वहां भी टे्रंक्वलाइजर उपलब्ध नहीं है। उप वन संरक्षक सतीश शर्मा ने बताया कि छोटे जानवरों के लिए लो कंसन्टे्रट टे्रंक्वलाइजर का इस्तेमाल किया जाता है जो किसी भी सामान्य मेडिकल स्टोर पर उपलब्ध है, लेकिन बडे जानवरों को काबू करने के लिए हाई कंसन्टे्रट टे्रंक्वलाइजर की जरूरत होती है जो उदयपुर में उपलब्ध नहीं है। लेकिन हाल-फिलहाल इंदौर में भी हाई कंसन्टे्रट वाला टे्रंक्वलाइजर उपलब्ध नहीं है।
नहीं पकड़ा गया उत्पाती बंदर
डबोक एयरपोर्ट पर एक बंदर ने उत्पात मचा रखा है। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम शनिवार को बंदर को पकड़नेे के लिए एयरपोर्ट पहुंची, लेकिन काफी कोशिशों के बाद भी बंदर पर काबू नहीं पाया जा सका। बताया गया कि बंदर को टे्रंक्वलाइजर चलाकर पकड़ने की कोशिश की गई, लेकिन वह कूद कर किसी कोने में जा छिपा और बच कर निकल गया। विभाग की ओर से रविवार को फिर से कोशिश की जाएगी। इसके लिए एयरपोर्ट पर पिंजरा भी लगाया जाएगा।