udaipur नई दिल्ली। प्रीमियम ट्रेनों के शुरू होने से बहुत ज्यादा खुश होने की जरूरत नहीं है। हो सकता है कि इन ट्रेनों के किराये को सुन कर आपके होश उड़ जाएं। क्योंकि इन ट्रेनों के किराये बाजार से तय होंगे। जब भीड़ होगी तो इनके किराये अपने आप बढ़ जाएंगे। किराया तय करने का यह तरीका इस समय एयरलाइन कंपनियां इस्तेमाल करती हैं। बहरहाल, रेल मंत्री मल्लिकार्जुन खडग़े की तरफ से घोषित सभी 17 प्रीमियम ट्रेनों को ‘जयहिंदÓ एक्सप्रेस के नाम से चलाया जाएगा। रेलवे चेयरमैन अरुणेंद्र कुमार का स्पष्ट तौर पर कहना है, ‘प्रीमियम ट्रेनों में ज्यादा सहूलियत देंगे और किराया भी अधिक वसूलेंगे।Ó इन ट्रेनों में कोई स्थायी किराया नहीं होगा। दिन और मांग के हिसाब से किराया बदलेगा। यात्रा के दिन अगर करीब हैं तो किराया महंगा होगा। अगर उस रूट में ज्यादा भीड़ है और अन्य ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट काफी लंबी है तो फिर इसका किराया ज्यादा होगा। किराया क्या होगा इसके बारे में रेलवे के अधिकारी मुंह नहीं खोल रहे। मोटे तौर पर यह अनुमान है कि राजधानी के मुकाबले इन ट्रेनों का किराया 50 से 100 फीसद तक ज्यादा हो सकता है।
प्रीमियम ट्रेनों के किराए सुनकर उड़ सकते हैं आपके होश
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