डाक कर्मचारी दूसरे दिन भी हड़ताल पर, संविदा नर्सेज कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू, रोड़वेज कर्मचारियों का दो दिवसीय धरना हुआ समाप्त
उदयपुर। शहर में गुरुवार का दिन विरोध प्रदर्शनों का दिन रहा। संविदा नर्सेज ने एमबी हॉस्पीटल के बाहर धरना लगाकर अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की तो मेडिकल छात्र-छात्राओं ने आरएनटी मेडिकल कॉलेज के बाहर अपनी मांगों के पक्ष में जमकर प्रदर्शन किया। इस तरह डाक कर्मचारियों ने देशव्यापी आंदोलन के तहत अपनी हड़ताल जारी रखी। उधर उदयापोल स्थित केन्द्रीय बस स्टैंड पर रोडवेज कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में धरना दूसरे दिन भी जारी रखा। इस प्रकार हर तरफ केन्द्र और राज्य सरकार के खिलाफ आक्रोश का वातावरण दिखाई पड़ा। संबंधित कर्मचारियों को यह विश्वास है कि चुनाव वर्ष होने के कारण वे सरकार को दबाव में लेकर अपनी वाजिब मांगे मनवा लेंगे। इसके अलावा बजरंग सेना के कार्यकर्ताओं ने वेलेंटाईन-डे के विरोध में प्रेम कार्डों की होली जलाकर अपने गुस्से का इजहार किया उनका मानना है कि यह पर्व भारतीय संस्कृति को प्रदूषित करने वाला है, इसलिए इस पर्व को नहीं मनाया जाना चाहिए।
डाक कर्मचारी भारतीय डाक कर्मचारी यूनियन ग्रुप-सी, पोस्टमेन ग्रुप-डी एवं ग्रामीण डाक कर्मचारियों के केन्द्रीय नेतृत्व के आह्वान पर दो दिवसीय हड़ताल बुधवार से शुरू हुई। जो आज भी सभांग के सभी डाक घरों में जारी रही।
इस दौरान आज सभी डाक कर्मचारीयों ने शहर के चेटक स्थित मुख्य डाकघर के बाहर धरना प्रदर्शन कर एवं सद्बुद्धि हवन किया गया। दो दिवसीय हड़ताल के चलते एनएफपीई एवं एफएनपीओ से जुड़े सभी डाक कर्मचारी एवं ग्रामीण डाक कर्मचारी हड़ताल पर रहे। हड़ताल से उदयपुर मण्डल के सभी डाकघरों के ताले नहीं खुले तथा डाक व्यवस्था ठप्प रही। डाक कर्मियों की हड़ताल से डाक का आदान-प्रदान, डाक वितरण, डाक की बुकिंग, रजिस्टर्ड डाक की बुकिंग, स्पीड पोस्ट बुकिंग एवं वितरण, पार्सल बुकिंग एवं वितरण, मनीऑर्डर बुकिंग एवं वितरण, ई-एमओ बुकिंग, वेस्टर्न मनी से पैसों की निकासी, बचत खातों से लेनदेन, वद्धावस्था पेंशन की निकासी, महा नरेगा का भुगतान, जननी सुरक्षा योजना का भुगतान, भारतीय पोस्टल ऑर्डर की बिक्री, आवृत्ति जमा निकासी, सीनियर सिटीजन खातों से जमा एवं निकासी, मासिक आय योजना का लेन-देन, डाक पेटियों से निकासी ठप्प रही। जिस का असर आम आदमी पर भी देखा गया।
डाक कर्मचारी के मांगें : महंगाई भत्ते का विलय, अंतरिम राहत, सातवें वेतन आयोग में जीडीएस का शामिल किया जाना, सातवें वेतन आयोग को लागू किया जाएं, कैजुअल कर्मचारियों का नियमितीकरण तथा वेतन पुनरीक्षण, पी.एफ.आर.डी.ए. एक्ट को समाप्त करना, नई पेंशन योजना को रद्द करना तथा विसंगतियों का निस्तारण करने की मांग की गई।
संविदा नर्सेज कर्मी की बेमियादी हड़ताल शुरू
नर्सेज सीधी भर्ती 2013 के जरिये स्थायीकरण की मांग को लेकर संविदा नर्सेजकर्मी की प्रदेश व्यापी हडताल के तहत बुधवार को आर एन टी मेडिकल कॉलेज के अधिनस्थ संचालित महाराणा भूपाल राजकीय सामान्य चिकित्सालय, पन्नाधाय राजकीय महिला चिकित्सालय व टी.बी. हॉस्पिटल बड़ी में अस्थायी, मेडिकेयर रिलिफ सोसायटी व व्यक्तिगत अनुबंध पर कार्यरत समस्त नर्सेजकर्मियों ने 2 घंटे विरोधस्वरूप कार्य का बहिष्कार किया ।
वहीं संविदा नर्सेजकर्मी ने आज से मांगों के चलाते अनिश्चित हड़ताल की घोषणा कर दी। वहीं बुधवार को अस्थायी संविदा नर्सेज एसोसिएशन के अध्यक्ष हेमंत आमेटा के अनुसार इस दौरान नर्सेज प्रतिनिधीमण्ड़ल ने आर एन टी मेडिकल कॉलेज की प्रधानाचार्य व नियत्रंक को चिकित्सा मंत्री व प्रमुख शासन सचिव (चिकित्सा शिक्षा) के नाम ज्ञापन दिया।
संविदा नर्सेज कर्मी मांगें : संविदा नर्सेज को नियमित करने की मांग, सीधी भर्ती में कार्यरत नर्सेज को अधिकतम 30 प्रतिशत बोनस अंको के प्रावधान के चलते लम्बे अर्से से अटकी नर्सेज सीधी भर्ती को सुप्रीम कोर्ट में सरकार द्वारा दायर की गई विशेष अनुमति याचिका को वापस लेकर हाईकोर्ट द्वारा पारित निर्णय के अनुरूप 5, 10 व 15 प्रतिशत बोनस देकर भर्ती करने की मांग के लिए कई मर्तबा सरकार को ज्ञापन दिया।
रोडवेज कर्मचारियों का दो दिवसीय धरना जारी
परिवहन विभाग राज्य सरकार के बस स्टेण्ड प्राधिकरण गठन एवं राष्ट्रीयकृत मार्गो पर निजी वाहन संचालन हेतु अनुज्ञा पत्र जारी करने के प्रस्ताव के विरोध में आज सम्पूर्ण उदयपुर आगार में निगम कर्मियों द्वारा केन्द्रीय बस स्टेण्ड पर प्रदर्शन करते हुए धरना दिया गया। वही दोपहर बाद जिलाधीश के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया गया। सम्पूर्ण राजस्थान की प्रदेश स्तरीय संघर्ष समिति के आव्हान पर बुधवार से उदयपुर आगार में निगम कर्मियों द्वारा केन्द्रीय बस स्टेण्ड पर प्रदर्शन करते हुए धरना दिया गया। बुधवार के दिए गए धरने की अध्यक्षता रमेश पोरवाल ने की वहीं अतिथि विजेन्द्र चौधरी थे। धरने के दौरान वक्ताओं द्वारा राज्य सरकार के उक्त प्रस्ताव के मूल पर विस्तार पर चर्चा की वहीं प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा जन सेवा को समर्पित परिवहन निगम को गुपचुप तरीके से समाप्त कर इसकी सम्पत्ति को खुर्द बुर्द करते हुए 24000 कर्मचारियों के परिवारों को सड़क पर लाने की कार्यवाही बताया। बक्साराम चौधरी द्वारा राज्य सरकार की इस नीति को भूमााफिया से सांठगाठ का आरोप लगाया। नरेन्द्र बेनीवाल, रामसिंह,अनिश मोहम्मद, लक्ष्मीनारायण नागदा, कल्लु सिंह, कौशल्या भट्ट, अशोक मेहता सहित दर्जन भर वक्ताओं ने सम्बोधित किया।
हड़ताल,धरना, प्रदर्शन का दौर चला
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