राहुल गांधी को कांग्रेस पार्टी का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जा सकता है। इसे लेकर सभी की नजरें शुक्रवार को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में पार्टी की होने वाली बैठक पर टिकी हुई हैं। जब स्टेडियम को बैठक के लिए तैयार किया जा रहा था, तब बुधवार को राहुल ने कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक में हिस्सा लेने का फैसला किया जिससे इस बात को और बल मिला की शुक्रवार को उनके नाम पर मुहर लग सकती है।
इस बात की भी अटकले हैं कि प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह आगामी लोकसभा चुनावों में पार्टी के प्रधानमंत्री पद के लिए बैठक में राहुल के नाम का प्रस्ताव रख सकते हैं। हालांकि, पार्टी के कुछ नेता उन्हें पीएम पद का उम्मदीवार बनाए जाने के खिलाफ हैं।
उनका मानना है कि राहुल को उपाध्यक्ष से प्रधानमंत्री बना देना चाहिए, न की चुनावों में प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया जाना चाहिए। वहीं, एक नेता का कहना है कि शुक्रवार को होने वाली पार्टी की बैठक में राहुल के नाम पर मुहर लग सकती है।
सूत्रों का कहना है कि पार्टी में यह भी मानना है कि उन्हें चुनावों से पहले ही डॉक्टर मनमोहन सिंह को हटाकर उन्हे प्रधानमंत्री बना देना चाहिए। एक अन्य नेता ने कहा कि सब्सिडी वाले गैस सिलेंडरों की संख्या 9 से 12 करने और पेट्रोलियम पदार्थो की कीमतों में कटौती करने के उनके फैसलों से आगामी आम चुनावों मे पार्टी को फायदा मिल सकता है।
सूत्रों के मुताबिक, जो लोग राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की मांग कर रहे हैं, उनका मानना है कि ऎसा करने से गत विधानसभा चुनावों में चार राज्यों में मिली करारी हार के कारण हताश पार्टी कार्यकर्ताओं के मनोबल नई ऊर्जा मिलेगी।
इन नेताओं का मानना है कि चुनावों मे पार्टी को बिना किसी चेहरे के नहीं उतरना चाहिए जब मुख्य विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नरेन्द्र मोदी को पीएम पद का उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। वहीं, दिल्ली विधानसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन करने वाली आम आदमी पार्टी (आप) मुख्य संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अपना उम्मीदवार घोषित कर चुकी है।
वहीं, सूत्रों का कहना है कि जो नेता राहुल को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने के विरोध मे हैं, उनका मानना है कि पार्टी ने ऎसा करने मे काफी देर कर दी है और पार्टी उपाध्यक्ष को काफी मेहनत करनी पड़ेगी।
राहुल को पीएम पद का प्रत्याशी घोषित करने को लेकर पूछे गए सवाल पर प्रार्टी प्रवक्ता और सांसद संदीप दीक्षित ने कहा, इस पर फैसला होगा या नहीं, यह बात 17 जनवरी को साफ हो जाएगी। हालांकि, यह इस बात पर निर्भर करेगा की कांग्रेस कार्यकारी समिति और ऑल इंडिया कांग्रेस समिति में इसे लेकर क्या फैसला होता है।
जब उनसे पूछा गया कि आप ने कहा है कि सत्ता की लड़ाई भाजपा और उसके बीच होगी, कांग्रेस पिक्चर मे ही नहीं तो दीक्षित ने कहा कि दोनों (भाजपा और आप) नंबर दो के लिए लड़ रहे हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री नारायध सामी ने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पहले ही कह चुके हैं कि राहुल गांधी में प्रधानमंत्री बनने के सारे गुंण मौजूद हैं।