गुजरात की राज्यपाल डॉ. कमला जी द्वारा उद्घाटन
‘‘लाईफ लॉग लर्निंग इन हायर एल्यूकेषन’’ विषय पर होगा मंथन
150 से अधिक पत्रों का होगा वाचन
उदयपुर , भारतीय प्रौढ़ षिक्षा संघ नई दिल्ली का 60वां राष्ट्रीय अधिवेषन दिनांक 10 से 12 जनवरी, 2014 को जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विष्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में किया जायेगा।
प्रौढ़ षिक्षा संघ के अध्यक्ष प्रो. भवानीषंकर गर्ग ने बताया कि इस राष्ट्रीय अधिवेषन का उद्घाटन आज प्रातः 11 बजे गुजरात की राज्यपाल डॉ. कमला जी द्वारा किया जायेगा। उद्घाटन सत्र के विषिष्ठ अतिथि महाराणा प्रताप कृषि विष्वविद्यालय, उदयपुर के वाइस चांसलर प्रो. ओ.पी. गिल होंगे। प्रो. गर्ग ने बताया कि भारतीय प्रौढ़ षिक्षा संघ देष प्रदेष में चल रहे साक्षरता सम्बंधी कार्यक्रमों के सफल क्रियान्वयन में अपनी भूमिका सतत् रूप से निभा रहा है। संघ के प्रमुख कार्यक्रमों में साक्षरता सम्बंधी परियोजनाओं का मूल्यांकन कर आवष्यक सुझाव देना, इस अभियान में जुडे़ व्यक्तियेां के प्रषिक्षण की व्यवस्था करना आदि हैं।
उच्च षिक्षा में जीवनपर्यन्त षिक्षण एवं परिचय:
प्रो. गर्ग ने बताया कि जीवनपयन्त षिक्षण एक अत्यंत व्यापक परिभाषित शब्द है जो स्वेच्छा और अन्तःप्रेरणा से व्यक्तिगत अथवा व्यावसायिक स्तर पर ज्ञान प्राप्त करने की निरन्तर प्रक्रिया है। षिक्षा की यह पद्धति प्रतिस्पर्धा और रोजगार के अवसरों में वृद्धि करने में भी सहायता करती है। साथ ही यह पद्धति इस तथ्य को बढावा देती है कि सीखने की प्रवृति को बाल्यकाल अथवा प्रौढ़ावस्था अथवा कक्षा कक्ष तक सीमित नहीं किया जा सकता है। अपितु सीखने की प्रक्रिया जीवनपर्यन्त किसी भी स्थान पर प्रारंभ की जा सकती है। यहां तक कि जब हम किसी से वार्तालाप कर रहे होते है अथवा नवीन स्थलों पर पर्यटन स्थलों पर पर्यटन के लिए गए होते है। तो उस समय भी हम स्वयं कों नवीन ज्ञान और विचारों से परिपूर्ण कर रहे होते है। इस प्रकार से जीवनपर्यन्त षिक्षा केे लिए केवल सीखने की इच्छा का होना अनिवार्य है। यहां उच्च षिक्षण संस्थानों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है। इसके लिए विष्वविद्यालय प्रौढ के लिए षिक्षण केन्द्रों के रूप में ऐसे अवसर उपलब्ध करा सकते है जो उसके समीपवर्ती क्षेत्र में हो और वह उन केन्द्रों पर अपनी आवष्कयतानुसार सुविधाएं प्राप्त कर सकें।
प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने बताया कि राज्यपाल महोदया डॉ. कमला जी अपने विषेष विमान से प्रातः 10.00 गुजरात से रवाना होकर प्रातः 10.40 बजे उदयपुर स्थित एयरपोर्ट पर पहुंगी। एयरपोर्ट पर जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विष्वविद्यालय एवं भारतीय प्रौढ़ षिक्षा संघ के अधिकारियों द्वारा उनकी अगवानी की जायेगी। वे भारतीय प्रौढ़ षिक्षा संघ नई दिल्ली के 60वे राष्ट्रीय अधिवेषन का उद्घाटन सुबह 11 बजे करेंगी। राज्यपाल महोदया लगभग एक घंटे तक इस समारोह में रहेगी। प्रो. सारंगदेवोत ने बताया कि विद्यापीठ अपनी स्थापना से जनषिक्षण व निरक्षरता उन्मूलन में संलग्न है। ग्रामीण क्षेंत्रों में भी कार्यरत है तथा जनषिक्षण एवं कार्यक्रम विस्तार निदेषालय के अन्तर्गत निरन्तर कार्यषील है।
प्रौढ़ षिक्षा संघ के महासचिव कैलाष चौधरी ने बताया कि तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेषन में देषभर के 300 प्रतिभागी इस सम्मेलन में भाग लेगें। उन्होंने बताया कि अधिवेषन में भाग लेने वाले प्रतिभागी ‘‘लाईफ लॉग लर्निंग इन हायर एल्यूकेषन’’ विषय पर अपने अपने पत्रों का वाचन करेंगे। 150 से अधिक पत्रों का वाचन किया जायेगा।
यहां से आयेंगे प्रतिनिधि:
इस अधिवेषन में मध्यप्रदेष, हरियाणा, पंजाब, जम्मु कष्मीर, कलकत्ता, उत्तर प्रदेष, बिहार, ओडिषा, असम, मणिपुर, तमिलनाडु, केरला, कर्नाटक, आन्ध्रप्रदेष, राजस्थान से विषय विषेषज्ञ अपना पत्र वाचन करेंगे।
ये होंगे विषय विषेषज्ञ:
प्रो. एम.सी. रेड्डी, डॉ. वी. रघु, डॉ. ए.एच. खान, डॉ. पी. आदिनारायण रेड्डी, सुधीर चटर्जी, डॉ. एल. राजा, डॉ. आषा बालगंगाधरण, डॉ. ए.आर. सुप्रिया, डॉ. शक्ति पाडा मण्डेला, डॉ. वी. बालसुब्रमण्यम, धर्मीन्दर जीत कौर, देवाषीय मंडल, डॉ. रेबंाषी मण्डेल होंगे।
फोटो केप्सन:- अधिवेषन की तैयारी करते हुए कारीगर