चित्तौडग़ढ़. राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम में नई भर्ती के तहत लग रहे कार्मिकों के लिए नौकरी छोडऩा आसान नहीं होगा। दो साल के परीवीक्षा काल में दौरान नौकरी छोडऩे से पहले एक लाख रुपए जमा कराना होगा। ऐसा नहीं करने वाले कार्मिकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।
रोडवेज में कुछ समय पहले निकली भर्ती में सामने आया कि कई नए कार्मिक परीवीक्षा काल खत्म होने से पहले ही नौकरी छोड़ गए। इस कारण वापस कई पद खाली रह गए। इससे रोडवेज को राजस्व हानि होती है। अब रोडवेज प्रबंधन ने नई नीति के तहत इस साल की शुरुआत के महीनों में हुई भर्ती के अभ्यार्थियों ने बांड भरवाए हैं। इसमें कार्मिक ने लिखा है कि यदि परीवीक्षा काल (दो साल से पहले) नौकरी छोड़ेगा तो रोडवेज को एक लाख रुपए जमा कराएगा।
इसलिए लिया निगम ने निर्णय
आगार के मुख्य प्रबंधक पाबूदान सिंह ने बताया कि नई भर्ती में पास होने वाला अभ्यर्थी कुछ दिन बाद ही नौकरी छोड़ता है तो, भर्ती पर किया खर्च बेकार चला जाता है। पद भी खाली रह जाते हैं। फिर नई भर्ती का इंतजार करना पड़ता है। इसलिए ही निगम ने यह नियम लागू किया।
इसलिए छोड़ते है नौकरी
नई भर्ती में आने वाले युवा ऊंचे पदों पर नौकरी करने के लिए कंपीटिशन देते रहते हैं। उसमें पास होने पर रोडवेज की नौकरी छोड़कर मनपसंद की दूसरी नौकरी हासिल कर लेते हैं। रोडवेज में हार्ड ड्यूटी भी कारण है। चालक-परिचालकों की कमी के चलते अवकाश का टोटा भी रहता है।