उदयपुर। राजकीय आदर्श आयुर्वेद औषधालय सिंधी बाजार उदयपुर में आयुर्वेद चिकित्सा पद्घति को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से प्रत्येक बुधवार को लगने वाले शिविरों में बुधवार को थाइराइड रोग निवारण शिविर का आयोजन सुबह नौ से 12 बजे तक किया गया। डॉ. शोभालाल औदीच्य ने बताया कि आज के प्रतिस्पर्धा के युग में व्यक्ति की महत्वकांक्षाएं काफी बढ़ गई है, जिससे व्यक्ति ही नहीं छोटे बच्चे भी मां-बाप की महत्वकांक्षाओं के शिकार होकर मानसिक तनाव मे रहते हैं और नित नये-नये रोग का जन्म हो रहा है। इसी तरह थायराइड भी अत्यधिक मानसिक तनावजन्य रोग है। अत: तनाव रहित जिन्दगी एवं आयुर्वेद में बताई दिनचर्या, ऋ तुचर्या का पालन करने के साथ ही खाने में सिंघाड़ा, बैंगन, जामुन का प्रयोग करने से साथ ही पानी की कठोरता कम करने के लिए अजवाइन का नित्य प्रयोग करने से एवं बोर की जड़ को दूध के साथ एवं विदारिकंद की जड़ को दूध के साथ उबाल कर पीने से थाइराइट रोग से बचा जा सकता है। इसी श्रृंखला में आरोग्य दिवस के तहत माह के प्रथम शनिवार को अगला शिविर सात दिसंबर को डायबिटीज की नि:शुल्क जांच एवं चिकित्सा शिविर सुबह नौ से 11 बजे तक आयोजित किया जाएगा। अत: रोगियों से निवेदन है कि संबंधित रोगों में पूर्व कराई गई जांचे साथ लेकर लाए।
शिविर मे नर्स रूकमणि कलासुआ, रूकमणि परमार, कंपाउण्डर अमृतलाल परमार, इंदिरा डामोर, शंकरलाल मीणा, परिचारक रामसिंह ठाकुर, गजेन्द्र आमेटा ने अपनी सेवाएं दीं।
सिंगाड़ा व अजवाइन के प्रयोग से थायराइड से बचाव संभव
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