उदयपुर। विधानसभा चुनावी समर में अपनी जीत के लिए प्रत्याशी जनसंपर्क में अलग-अलग तरीकें इस्तेमाल कर रहे हैं। उदयपुर शहर और ग्रामीण के सभी प्रत्याशी अपने अंदाज में मतदाताओं को रिझाने में लगे हैं। हाथ जोडऩा और पांव पडऩा तो इन प्रत्याशियों की आदत में शामिल हो गया है। कई जगह इन्हे महिला मतदाताओं की खरी-खोटी भी सुनने को मिल रही है।
तो देंगे वोट: कल कांग्रेस के प्रत्याशी दिनेश श्रीमाली का अम्बामाता, मल्ला तलाई का दौरा था, जहां लोगों ने नालियों के निर्माण और महिलाओं ने ख़ास कर जगह-जगह गंदगी की शिकायत की। उधर फारुख आज़म कॉलोनी के कई लोगों ने कहा कि यदि इस कॉलोनी में सफाई की सही व्यवस्था नहीं की गई, तो इस बार कॉलोनी से वोट देने कोई नहीं जाएगा। श्रीमाली खुद के लिए वोट करने को कहकर सबको आश्वासन देते रहे। कइयों को संतुष्ट किया, तो कहीं-कहीं खरी-खोटी सुनते रहे।
ढूंढऩे पर भी नहीं दिखोगे: कटारिया के लिए वोट मांगने निकली महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं को भी कई जगह खरी-खोटी सुनने को मिली। चांदपोल एरिया में निकली महिला नेताओं को स्थानीय महिलाओं ने कहा, हमारे मोहल्ले में पहली बार आई हो और चुनाव के बाद पांच साल तक नहीं आओगी। अगर हम ढूंढेंगे भी, तो नहीं दिखोगी। मोहल्ले की हालत देखों और अपने नेताजी को बताओ कुछ भला करें, तो हम भी वोट करने की सोचेंगे।
एक बार मौका दो: क्रपांच साल में आपकी विधायक ने कुछ नहीं किया इस बार मुझे मौका दो मैं करूंगा।ञ्ज भाजपा के उदयपुर ग्रामीण प्रत्याशी फूलसिंह मीणा अपने चुनावी दौरे में जनता से हाथ जोड़कर वोट मांग रहे हैं। कल उन्हें बुजुर्ग महिलाओं से यह भी सुनने को मिला कि क्रकई नी कीदो, तो थूं काई निहाल करेंगोञ्ज ऐसे में मीणा ने हंसकर बुजुर्ग महिला के पैर पकड़ लिए और कहा कि क्रमूं आपरो बच्चों हूं, अबकी बार म्हारा पे भरोसो करो, जीत गयो तो पांच साल थां सब के बीच में रहूंगा।
नहीं मिल रहे श्रोता
शहर में दोनों पार्टियों के प्रत्याशी दौरे कर रहे हैं। हर मोहल्ले में सभाएं कर रहे हैं, लेकिन हर जगह उन्हें सुनने के लिए ज्यादा मतदाता नहीं आ रहे हैं, कई जगह तो यह हालत है 20-25 लोग से ज्यादा नहीं मिलते है। कल शाम करीब 5.30 बजे अपने चुनावी रथ से भाजपा प्रत्याशी गुलाबचंद कटारिया चेतक चौराहे पर जनता को संबोधित कर रहे थे, जहां उनको सुनने वालों में कुछ कार्यकर्ता और कुछ मजदूर थे। ऐसा ही कुछ कांग्रेस प्रत्याशी दिनेश श्रीमाली के साथ हो रहा है। कल जब वह अंबामाता में एक सभा को संबोधित कर रहे थे, तो इक्का-दुक्का महिला, कुछ बच्चे और कुछ उनके कार्यकर्ता मौजूद थे।
मतदाता सुना रहे खरीखोटी
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